US-Iran Relationship: एलॉन मस्क के लिए बदलेगी अमेरिकी नीति! ईरान के यूएन राजदूत ने मिलकर भेजा कारोबारी न्यौता

Elon Musk Meets Iran's Ambassador: डोनाल्ड ट्रंप जब पहली बार राष्ट्रपति बने थे तो ईरान के साथ रिश्तों में काफी खटास आ गई थी। ईरान ने ट्रंप का मारने की कसम भी खाई थी और इस बार चुनाव से पहले उन्हें मारने की कोशिश भी हुई थी। फिलहाल ईरान से अमेरिकी कारोबार बंद है तो ऐसे में क्या एलॉन मस्क वहां जा पाएंगे? यह सवाल इसलिए क्योंकि मस्क को ईरान से न्यौता मिला है

अपडेटेड Nov 15, 2024 पर 2:21 PM
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Elon Musk Meets Iran's Ambassador: दुनिया के सबसे अमीर शख्स और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने वाले डोनाल्ड ट्रंप के सहयोगा एलॉन मस्क ने ईरान के यूएन एंबेसडर आमिर सईद ईरावहेल्ड (Amir Saeid Iravheld) से मुलाकात की है।

Elon Musk Meets Iran's Ambassador: दुनिया के सबसे अमीर शख्स और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने वाले डोनाल्ड ट्रंप के सहयोगा एलॉन मस्क ने ईरान के यूएन एंबेसडर आमिर सईद ईरावहेल्ड (Amir Saeid Iravheld) से मुलाकात की है। अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इस मुलाकात में दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने को लेकर चर्चा हुई। रिपोर्ट के मुताबिक एलॉन मस्क और आमिर सईद इरावहेल्ड ने न्यूयॉर्क में एक गुप्त स्थान पर मुलाकात की। एक घंटे तक चली इस मुलाकात को ईरान के दो अधिकारियों की तरफ से पॉजिटिव रिस्पांस आया है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ईरान के राजदूत ने मस्क से कहा कि उन्हें अमेरिका से प्रतिबंधों में छूट हासिल कर अपना कुछ कारोबार ईरान में ले जाना चाहिए। हालांकि इस मामले में ईरान ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा।

यूक्रेन के मसले में पहले ही Elon Musk की आ चुकी है बड़ी भूमिका

इससे पहले सामने आया था कि राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने के बाद जब डोनाल्ड ट्रंप की यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की से बातचीत हुई थी तो 25 मिनट की इस बातचीत में मस्क भी हिस्सा बने थे। एलॉन मस्क ने रुस के साथ युद्ध में यूक्रेन को कम्यूनिकेशंस कैपेबिलिटी मुहैया कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हाल ही में ट्रंप ने मस्क को सरकार की एफिसिएंसी एजेंसी का को-डायरेक्टर चुना है।


US-Iran Relationship: Donald Trump के पहले कार्यकाल में ऐसे थे ईरान से संबंध

डोनाल्ड ट्रंप जब पहली बार राष्ट्रपति बने थे तो उन्हें अपने कार्यकाल में ईरान और दुनिया के बाकी शक्तिशाली देशों के बीच 2015 के परमाणु समझौते से अमेरिका को बाहर निकाल लिया और कहा था कि यह एक भयानक एकतरफा सौदा है जो कभी नहीं होना चाहिए था। उन्होंने ईरान के तेल पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग लेनदेन पर भी रोक लगा दिया। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2020 में इराक में टॉप जनरल कासिम सुलेमानी को मारने का भी आदेश दिया था। इसके जवाब में ईरान के सुप्रीम लीडर ने ट्रम्प प्रशासन के साथ किसी भी बातचीत पर प्रतिबंध लगा दिया और ईरानी अधिकारियों ने बदला लेने की कसम खाई।

हाल ही में चुनाव से पहले अमेरिकी कोर्ट में सामने आया था कि ईरान ने चुनाव से पहले ट्रम्प के हत्या की साजिश रची थी। अब सामने आ रहा है कि ईरान के राष्ट्रपति Masoud Pezeshkian ने IAEA Rafael Grossi के विजिटिंग डायरेक्टर जनरल के साथ गुरुवार को तेहरान में मुलाकात पर कहा कि ईरान शांतिपूर्ण नाभिकीय कार्यक्रम से जुड़े किसी भी सवालों के लिए वैश्विक संस्थाओं के साथ सहयोग के लिए पूरी तरह तैयार है।

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