Who is Friedrich Merz: जर्मनी के आम चुनाव में विपक्षी नेता फ्रेडरिक मर्ज की अगुवाई वाली कंजर्वेटिव पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की है। फ्रेडरिक मर्ज जर्मनी के अगले चांसलर बनने जा रहे हैं। उनका कहना है कि वे यूरोप को अमेरिका से 'वास्तविक स्वतंत्रता' दिलाना चाहते हैं। जर्मनी के कंजर्वेटिव नेता फ्रेडरिक मर्ज देश का नेतृत्व करने जा रहे हैं। उनकी मध्य-दक्षिणपंथी पार्टी क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (CDU) ने देश के आम चुनावों में सबसे ज्यादा वोट शेयर हासिल किया है। उन्होंने इस चुनाव में जर्मनी के वर्तमान चांसलर ओलाफ शोल्ज की सेंटर-लेफ्ट सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (SPD) को हराया है।
यह चुनाव ऐसे समय हो हुआ है जब यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में वर्षों से चले आ रहे ठहराव पर अंकुश लगाने का दबाव है। साथ ही यूक्रेन के भविष्य और यूरोप के अमेरिका के साथ गठबंधन को लेकर बढ़ती अनिश्चितता जैसी चिंताएं प्रमुखता से सामने आ रही हैं।
जर्मनी 27 देशों वाले यूरोपीय संघ में सबसे अधिक आबादी वाला देश है। जर्मनी नाटो का एक प्रमुख सदस्य है। यह अमेरिका के बाद यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता रहा है। यह चुनाव ट्रंप प्रशासन की टकरावपूर्ण विदेश और व्यापार नीति सहित आने वाले वर्षों की चुनौतियों के प्रति महाद्वीप की प्रतिक्रिया को आकार देने में केंद्रीय भूमिका निभाएगा।
यह चुनाव मूल रूप से तय समय से सात महीने पहले हो हुआ है। नवंबर में मध्य वामपंथी चांसलर ओलाफ शोल्ज का गठबंधन टूट गया था। फिर तीन साल का कार्यकाल अंदरूनी कलह से प्रभावित रहा था। मतदाताओं में व्यापक असंतोष था। किसी भी उम्मीदवार के प्रति कोई खास उत्साह नजर नहीं आ रहा था।
11 नवंबर, 1955 को जर्मनी के ब्रिलोन शहर में जन्मे फ्रेडरिक मर्ज एक ऐसे परिवार से आते हैं, जिसकी कानूनी पृष्ठभूमि काफी मजबूत है। मर्ज़ ने 1976 में कानून की पढ़ाई शुरू की। हालांकि, वे 1972 से क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (CDU) का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने 1981 में चार्लोट मर्ज से शादी की, जो एक साथी वकील थीं। अब वह एक जज हैं। उनके तीन बच्चे हैं। 1989 में मर्ज यूरोपीय संसद के लिए चुने गए।
मर्ज ने सीडीयू में महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। 2000 में वे पार्टी के संसदीय नेता बन गए। हालांकि, उन्होंने 2002 में यह पद एंजेला मर्केल को सौंप दिया। 2005 में एक राजनीतिक झटके के बाद मर्ज ने खुद को दरकिनार पाया। 2009 में उन्होंने सक्रिय राजनीति छोड़ने का फैसला किया। इसके बाद उन्होंने कानून और वित्त में शानदार करियर बनाया।
लगभग 10 साल बाद 2018 में मर्केल द्वारा रिटायरमेंट की घोषणा के बाद उन्होंने राजनीति में वापसी की। 2020 में उन्हें शीर्ष पद पर एक और मौका दिया गया, जब क्रैम्प-कर्रेनबाउर ने कहा कि वह पार्टी पद से हट जाएंगी। हालांकि, उन्हें फिर से उत्तराधिकार के लिए नहीं माना गया क्योंकि पार्टी ने आर्मिन लाशेट पर अपना दांव खेला।
2021 में अपनी तीसरी जीत के दौरान मर्ज ने जर्मन संसद में वापसी की। हालांकि, उनकी पार्टी हार गई। 2022 में पसंदीदा विकल्प के रूप में उभरने के बाद उन्होंने पार्टी की बागडोर संभाली और सीडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने।
अवैध अप्रवासियों पर कठोर रुख और जर्मनी की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करना उन वादों में से हैं जिन्हें वह पूरा करने की योजना बना रहे हैं। मर्ज के सामने सबसे बड़ी चुनौती सत्ता को मजबूत करने और जर्मनी का नेतृत्व करने के लिए गठबंधन सरकार का गठन करना है।