भारत में डिजिटल पेमेंट का चलन तेज़ी से बढ़ रहा है और इसमें बुजुर्ग भी पीछे नहीं हैं। ट्रैवल बुकिंग, दवाइयां खरीदने से लेकर रोजमर्रा की जरूरतों तक, सीनियर सिटीजन अब क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बड़ी संख्या में कर रहे हैं। लेकिन सही कार्ड चुनना बेहद जरूरी है, क्योंकि गलत चुनाव से खर्च बढ़ सकता है, सुरक्षा जोखिम हो सकते हैं और बजट बिगड़ सकता है।
सीनियर सिटीजन को ऐसा कार्ड चुनना चाहिए जिसमें वार्षिक शुल्क और अन्य चार्ज कम हों। इससे उनकी फिक्स्ड इनकम पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा।
बुजुर्गों के लिए सबसे अहम है कि कार्ड में फ्रॉड अलर्ट और सिक्योरिटी फीचर्स मजबूत हों। OTP, SMS अलर्ट और कार्ड ब्लॉक करने की आसान सुविधा जरूरी है।
ऐसा कार्ड चुनना बेहतर है जिसे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों जगह आसानी से इस्तेमाल किया जा सके। बुजुर्गों के लिए जटिल प्रक्रियाएं परेशानी का कारण बन सकती हैं।
4. लाइफस्टाइल के हिसाब से लाभ
सीनियर सिटीजन की जरूरतें अलग होती हैं। दवाइयों पर डिस्काउंट, ट्रैवल बुकिंग ऑफर या मेडिकल खर्च पर कैशबैक जैसे लाभ उनके लिए अधिक उपयोगी साबित हो सकते हैं।
बुजुर्गों को अकसर तुरंत मदद की जरूरत होती है। इसलिए ऐसा कार्ड चुनना चाहिए जिसकी कस्टमर केयर सर्विस तेज और भरोसेमंद हो।
सीनियर सिटीजन को अपनी आय और खर्च के हिसाब से लिमिट वाला कार्ड लेना चाहिए। बहुत अधिक लिमिट कभी-कभी अनावश्यक खर्च को बढ़ा सकती है।
कई बुजुर्गों के लिए क्रेडिट कार्ड सिर्फ़ सुविधा नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता और सुरक्षा का एहसास भी है। सही कार्ड चुनने से वे न केवल आर्थिक रूप से सुरक्षित रहते हैं, बल्कि डिजिटल दुनिया में आत्मविश्वास के साथ कदम भी बढ़ा सकते हैं।