अदाणी एंटरप्राइजेज के एनसीडी को रिटेल इनवेस्टर्स का अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। कंपनी ने 4 सितंबर को अपना पहला नॉन-कनवर्टिबल डिबेंचर इश्यू लॉन्च किया। दोपहर 1:50 बजे तक यह इश्यू रिटेल कैटेगरी में 53 फीसदी सब्सक्राइब हो गया था। रिटेल कैटेगरी के लिए 240 करोड़ रुपये रिजर्व रखा गया है। संस्थागत निवेशक की कैटेगरी के लिए 80 करोड़ रुपये रिजर्व है। इस कैटेगरी को 0.22 करोड़ रुपये की बोली मिली। इस एनसीडी इश्यू के लिए दोपहर तक 4,933 अप्लिकेशन मिल चुके थे।
BSE और एनसई पर लिस्ट होंगे डिबेंचर्स
अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) ने 80,00,000 एनसीडी (NCD) का इश्यू लॉन्च किया है। हर डिबेंचर की वैल्यू 1,000 रुपये है। शुरुआत में कंपनी 400 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश करेगी। इसके अलावा 400 करोड़ रुपये का ग्रीन-शू ऑप्शन भी होगा। दोनों को मिलाकर इश्यू का साइज 800 करोड़ रुपये होगा। कंपनी का एनसीडी BSE और NSE दोनों पर लिस्ट होगा। Care Ratings ने इस एनसीडी को पॉजिटिव आउटलुक के साथ ए प्लस रेटिंग दी है।
इंटरेस्ट रेट 9.25 से लेकर 9.90 फीसदी तक
इस एनसीडी इश्यू में 17 सितंबर तक निवेश किया जा सकता है। निवेशक 24 महीने से लेकर 60 महीने तक के एनसीडी को निवेश के लिए सेलेक्ट कर सकते हैं। कंपनी निवेशकों को सालाना, छमाही और क्युमलेटिव आधार पर इंटरेस्ट का पेमेंट करेगी। 24 महीने की अवधि वाले डिबेंचर का इंटरेस्ट रेट 9.25 फीसदी है। 60 महीने की अवधि वाले डिबेंचर का इंटरेस्ट रेट 9.90 फीसदी है। इस इश्यू में कंपनी ने 8 सीरीज पेश की है।
कर्ज चुकाने के लिए कंपनी पैसे का करेगी इस्तेमाल
कंपनी ने बताया है कि इस इश्यू से जुटाए गए अमाउंट का 75 फीसदी का इस्तेमाल वह प्रीपेमेंट या रिपेमेंट के लिए करेगी। बाकी का इस्तेमाल दूसरी कारोबारी जरूरतों के लिए होगा। कंपनी इस इश्यू में डिबेंचर का एलॉटमेंट पहले आओ-पहले पाओ आधार पर करेगी।
केयर रेटिंग्स ने इस एनसीडी इश्यू की अच्छी बताते हुए कहा है कि अदाणी एंटरप्राइजेज का इनक्यूबेशन ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा है। कंपनी को इससे प्रमोटर्स का भी सपोर्ट हासिल है। जीईपीएल कैपिटल के डेट मार्केट्स हेड दीपक पंजवानी ने कहा है कि यह इश्यू सुरक्षित है और कंपनी निवेशकों को बहुत अच्छा इंटरेस्ट रेट ऑफर कर रही है। निवेशक इस इश्यू में निवेश कर सकते हैं।
इस इश्यू से जुड़े रिस्क की बात करें तो केयर का कहना है कि अगर अदाणी एंटरप्राइजेज को लेकर प्रमोटर्स का रुख बदलता है तो कंपनी को पूंजीगत खर्च के लिए पैसे जुटाने में दिक्कत हो सकती है। रेटिंग एजेंसी ने यह भी कहा है कि कंपनी पर जनवरी 2023 में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट का असर पड़ा था। इस रिपोर्ट में अदाणी समूह की कंपनियों पर कई तरह के आरोप लगाए गए थे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सेबी ने इन आरोपों की जांच की थी। केयर रेटिंग्स ने अदाणी एंटरप्राइजेज को 'निगेटिव' आउटलुक दिया है।
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क्या आपको निवेश करना चाहिए?
आने वाले दिनों में इनफ्लेशन में कमी आनी तय है। इससे आरबीआई इंटरेस्ट रेट में कमी करेगा। ऐसे में यह ज्यादा इंटरेस्ट कमाने का अच्छा मौका है। पंजवानी ने कहा कि दो और तीन साल की अवधि वाले डिबेंचर में निवेश किया जा सकता है। इनका सालाना इंटरेस्ट 9.25-9.32 फीसदी के बीच है। दूसरी तरफ इसकी ए प्लस रेटिंग स्टेबल आउटलुक के साथ है। इस इश्यू में कुल मिलाकर निवेश का मौका दिख रहा है। ऐसा लगता है कि खुलने के तीन दिन के अंदर यह इश्यू क्लोज हो जाएगा।