Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया इस साल 30 अप्रैल को मनाई जाएगी। भारत में इस दिन सोना खरीदना शुभा माना जाता है। लोग मानते हैं कि इस दिन सोना खरीदने से घर में सुख-समृद्धि आती है। लेकिन जब आप सोना खरीदने जाएं, तो उस पर लिखे 999 या 995 जैसे नंबर देखकर थोड़ा कन्फ्यूजन हो सकता है। चलिए आसान भाषा में समझते हैं कि इनका मतलब क्या होता है।
24 कैरेट सोना क्या होता है?
सोने की शुद्धता कैरेट (karat) में मापी जाती है। 24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध माना जाता है क्योंकि इसमें कोई और धातु नहीं मिलाई जाती। लेकिन थोड़ा बहुत मिलावट तो refining के दौरान रह ही जाता है, इसलिए 24 कैरेट सोना बाजार में अक्सर 999 (यानि 99.9% शुद्ध) या 995 (यानि 99.5% शुद्ध) के रूप में मिलता है।
999 और 995 में क्या फर्क है?
अगर आप बहुत ही शुद्ध सोना लेना चाहते हैं, तो 999 फाइननेस वाला सोना लीजिए। ये थोड़ा महंगा होगा, लेकिन निवेश के लिए सबसे बढ़िया होता है। वहीं 995 फाइननेस वाला सोना थोड़ी कम शुद्धता वाला होता है, पर ये भी 24 कैरेट के ही कैटेगरी में आता है।
MMTC-PAMP के CEO विकास सिंह कहते हैं कि 999 फाइननेस वाला सोना इन्वेस्टमेंट के लिए अच्छा होता है, जबकि 995 वाला ज्यादातर सिक्कों या कुछ गहनों में इस्तेमाल होता है।
24 कैरेट के गहने नहीं मिलते क्या?
24 कैरेट सोना बहुत मुलायम होता है, इसलिए इससे गहने बनाना मुश्किल होता है। ज्यादातर गहने 22 या 18 कैरेट सोने से बनते हैं क्योंकि उनमें थोड़ी और मेटल मिलाकर उन्हें मजबूत किया जाता है। हालांकि अक्षय तृतीया जैसे मौकों पर 24 कैरेट के लॉकेट्स, सिक्के या धार्मिक चीजें जरूर मिल जाती हैं।
सरकार ने अब 14KT से लेकर 24KT तक के सोने पर हॉलमार्किंग अनिवार्य कर दी है। इससे आपको पता चलता है कि सोना असली है या नहीं। हालांकि सिक्कों और बार्स के लिए हॉलमार्क जरूरी नहीं है, लेकिन एक्सपर्ट्स की मानें तो हॉलमार्क देख कर ही खरीदना चाहिए। तो अगर आप इस अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने की सोच रहे हैं, तो 999 फाइननेस और हॉलमार्क जरूर चेक करें। ये आपके लिए न सिर्फ सौभाग्य का संकेत होगा बल्कि एक अच्छा निवेश भी बन सकता है।