Credit Cards

क्या आपको होम अप्लायंसेज खरीदने के लिए पर्सनल लोन लेना चाहिए? जानिए एक्सपर्ट्स के जवाब

आज पर्सनल लोन लेना काफी आसान हो गया है। होम अप्लायंसेज के डीलर के साथ एनबीएफसी का समझौता होता है। एसी या फ्रिज खरीदने आए ग्राहक का पर्सनल लोन अप्लिकेशन कुछ ही मिनट में एप्रूव हो जाता है। ई-कॉमर्स कंपनियां भी ईएमआई पर होम अप्लायंसेज खरीदने की सुविधा देती हैं

अपडेटेड Sep 08, 2025 पर 8:57 PM
Story continues below Advertisement
पर्सनल लोन अनसेक्योर्ड लोन की कैटेगरी में आता है। इसलिए समय पर लोन की EMI नहीं चुकाने का व्यक्ति के क्रेडिट स्कोर पर काफी खराब असर पड़ता है।

पिछले कुछ सालों में होम अप्लांयसेज खरीदने के लिए पर्सनल लोन लेने का चलन बढ़ा है। लोग रेफ्रिजरेटर, वाशिंग मशीन और एसी जैसी चीजें खरीदने के लिए पर्सनल लोन ले रहे हैं। इसकी बड़ी वजह ग्राहकों को पर्सनल लोन देने में एनबीएफसी की दिलचस्पी है। होम अप्लायंसेज के डीलर के साथ एनबीएफसी का समझौता होता है। एसी या फ्रिज खरीदने आए ग्राहक का पर्सनल लोन अप्लिकेशन कुछ ही मिनट में एप्रूव हो जाता है। ई-कॉमर्स कंपनियां भी ईएमआई पर होम अप्लायंसेज खरीदने की सुविधा देती हैं। सवाल है कि क्या होम अप्लायंसेज खरीदने के लिए पर्सनल लोन लेना ठीक है?

पर्सनल लोन का इंटरेस्ट रेट काफी ज्यादा

एक्सपर्ट्स का कहना है कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि दूसरे लोन के मुकाबले Personal Loan महंगा होता है। एनबीएफसी या बैंक 11-20 फीसदी इंटरेस्ट पर पर्सनल लोन देते हैं। इंटरेस्ट रेट ग्राहक के क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है। आम तौर पर 1-2 साल में ग्राहक को इस लोन को चुकाने की सुविधा दी जाती है। लोन की अवधि जितनी ज्यादा होती है, इंटरेस्ट के रूप में उतने ज्यादा पैसे चुकाने पड़ते हैं। इसके अलावा एनबीएफसी प्रोसेसिंग फीस लेती हैं।


EMI पर डिफॉल्ट करने पर क्रेडिट स्कोर पर खराब असर

पर्सनल लोन अनसेक्योर्ड लोन की कैटेगरी में आता है। इसलिए समय पर लोन की EMI नहीं चुकाने का व्यक्ति के क्रेडिट स्कोर पर काफी खराब असर पड़ता है। एक या दो बार ईएमआई पर डिफॉल्ट करने पर क्रेडिट स्कोर इतना खराब हो जाता है कि आगे लोन मिलना मुश्किल हो जाता है। चूंकि, पर्सनल लोन देने में बैंक और एनबीएफसी के लिए रिस्क ज्यादा होता है, जिससे वे इस पर ज्यादा इंटरेस्ट वसूलते हैं। इसलिए लंबी अवधि का पर्सनल लोन लेने में काफी पैसा इंटरेस्ट चुकाने पर खर्च हो जाता है।

ज्यादा अवधि का लोन लेने में नुकसान

फाइनेंशियल मामलों की जानकारी रखने वाले लोगों का कहना है कि पर्सनल लोन लेने से पहले अच्छी तरह से सोच-विचार कर लेना जरूरी है। अगर आप पर्सनल लोन लेने का फैसला करते हैं तो आपको उसकी EMI चुकाने का पूरा ध्यान रखना होगा। दूसरा, आपको लोन की अवधि कम से कम रखनी चाहिए। एनबीएफसी 1-2 साल से ज्यादा अवधि में पैसे चुकाने की सुविधा देते हैं। लेकिन, इसमें उनका फायदा होता है, जबकि ग्राहक का नुकसान होता है।

यह भी पढ़ें: GST घटने के बाद आपका मासिक खर्च घट जाएगा, इस पैसे को खर्च करने की जगह निवेश करने में है फायदा

एक-दो साल की मंथली सेविंग करें तो पर्सनल लोन की जरूरत नहीं

एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर थोड़ा पहले प्लान बनाया जाए तो होम अप्लायंसेज के लिए हर महीने कुछ पैसा अलग रखा जा सकता है। हर महीने 1000-2000 एक या दो साल तक निवेश करने पर एसी, फ्रिज जैसी चीजें खरीदने के लिए आपके पास आसानी से फंड तैयार हो जाता है। आप म्यूचुअल फंड की लिक्विड स्कीम में 1 या 2 साल का सिप शुरू कर सकते हैं। इससे आपको इंटरेस्ट चुकाने पर ज्यादा पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगे। एनबीएफसी या बैंक आसानी से पर्सनल लोन ऑफर करते हैं, क्योंकि इस पर इंटरेस्ट ज्यादा होने से उनकी अच्छी कमाई होती है।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।