Bank Nifty trend : बैंकिंग इंडेक्स बैंक निफ्टी ने सोमवार, 9 जून को अपनी पिछले दिन से चल रही तेजी को बरकरार रखते हुए एक नया ऑलटाइम हाई हासिल किया। निफ्टी आज पहली बार 57,000 के स्तर पर पहुंच गया। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर में 50 आधार अंकों की बड़ी कटौती और सीआरआर में हुई कटौती ने तेजी की भावना को बढ़ावा दिया है। पीएसयू बैंक और प्राइट बैंक दोनों इंडेक्स तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक की एमपीसी कमेटी ने शुक्रवार, 6 जून को ब्याज दरों में उम्मीद से ज्यादा 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की। अप्रैल की बैठक के दौरान, RBI MPC ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती करके इसे 6 फीसदी कर दिया था। अब हुई 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती के साथ, रेपो रेट 5.5 फीसदी हो गई है।
इसके अलावा, आरबीआई द्वारा सीआरआर (कैश रिजर्व रेशियो) में 100 बेसिस प्वाइंट की कटौती से बैंकिंग शेयरों को और सपोर्ट मिला है। सीआरआर में कटौती 25 बेसिस प्वाइंट की चार किस्तों में होगी। इसकी शुरुआत इस साल 6 सितंबर, 4 अक्टूबर, 1 नवंबर और 29 नवंबर से होगी।
सुबह 10.30 बजे के आसपास बैंक निफ्टी इंडेक्स 0.71 प्रतिशत या 404 अंकों की बढ़त के साथ 56,982.55 पर कारोबार कर रहा था। इंडेक्स 57,000 के स्तर से थोड़ा नीचे आ गया है। आज का इसका दिन का हाई 57,049.50 है। बैंकिंग इंडेक्स में कोटक महिंद्रा बैंक, केनरा बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक सबसे ज़्यादा तेजी वाले शेयरों में शामिल रहे। इनमें 1.5-2.5 फीसदी की बढ़त देखने को मिल रही है।
निफ्टी प्राइवेट बैंक इंडेक्स 80 बेसिस प्वाइंट की बढ़त के साथ 28,067.95 पर पहुंच गया,जिसमें आरबीएल बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और बंधन बैंक टॉप गेनर रहे। निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स ने सेक्टोरल गेनर्स की लीडरशिप की। येशुरुआती सत्र में 1.2 फीसदी तक उछल गया। यूको बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और इंडियन ओवरसीज बैंक उन काउंटरों में शामिल थे,जिन्होंने सबसे ज्यादा तेजी हासिल की है। ये शेयर 3-4 फीसदी के बीच बढ़े हैं।
जापानी ब्रोकरेज फर्म नोमुरा का कहना है कि सीआरआर में कटौती से मार्जिन को कुछ सपोर्ट मिलने की उम्मीद है। उम्मीद है कि आरबीआई के हालिया एक्शन से सिस्टम में नकदी बढ़ने के साथ ही अच्छी क्रेडिट ग्रोथ देखने को मिलेगी। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि सीआरआर में कटौती का फायदा मध्यम आकार के बैंकों,जैसे इंडसइंड बैंक,एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक और फेडरल बैंक और क्रेडिट ग्रोथ में परेशानी का सामना कर रहे बड़े बैंकों,जैसे एक्सिस बैंक और एचडीएफसी बैंक को ज्यादा मिलेगा।