Home Loan: अभी होम लोन लें या अगले साल इंटरेस्ट रेट में और कमी आने तक इंतजार करें?

बैंकों ने 2019 में होम लोन सहित फ्लोटिंग-रेट रिटेल लोन को एक एक्सटर्नल बेंचमार्क से लिंक्ड किया था। ज्यादातर बैंकों ने रेपो रेट को अपना एक्सटर्नल बेंचमार्क बनाया था। इस वजह से रेपो रेट में बदलाव का सीधा असर होम लोन सहित दूसरे लोन के इंटरेस्ट रेट्स पर पड़ता है

अपडेटेड Dec 18, 2025 पर 10:27 PM
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रेपो रेट इस साल की शुरुआत में 6.5 फीसदी से गिरकर 5.25 फीसदी पर आ गया है।

होम लोन लेने वाले लोगों के लिए साल 2025 अच्छा रहा। करीब 5 सालों बाद आरबीआई ने इंटरेस्ट रेट में कमी करना शुरू किया। इससे रेपो रेट साल की शुरुआत में 6.5 फीसदी से गिरकर 5.25 फीसदी पर आ गया है। इससे बैंकों ने होम लोन सहित दूसरे लोन के इंटरेस्ट रेट में कमी की है। सवाल है कि क्या 2026 में भी होम लोन के इंटरेस्ट रेट में कमी का सिलसिला जारी रहेगा?

रेपो रेट घटने से होम लोन का इंटरेस्ट रेट कम हो जाता है

बैंकों ने 2019 में होम लोन सहित फ्लोटिंग-रेट रिटेल लोन को एक एक्सटर्नल बेंचमार्क से लिंक्ड किया था। ज्यादातर बैंकों ने रेपो रेट को अपना एक्सटर्नल बेंचमार्क बनाया था। इस वजह से रेपो रेट में बदलाव का सीधा असर होम लोन सहित दूसरे लोन के इंटरेस्ट रेट्स पर पड़ता है। आरबीआई जब रेपो रेट घटाता है तो बैंक लोन पर इंटरेस्ट रेट में कमी करते हैं। इसका फायदा लोन लेने वाले लोगों को मिलता है। रेपो रेट बढ़ने पर लोन का इंटरेस्ट रेट बढ़ जाता है।


फरवरी में रेपो रेट में कमी की शुरुआत आरबीआई ने की थी

इस साल फरवरी में आरबीआई ने रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कमी की थी। इससे रेपो रेट 6.5 से घटकर 6.25 फीसदी पर आ गया। फिर अप्रैल में केंद्रीय बैंक ने 0.25 फीसदी की कमी रेपो रेट में की। इससे रेपो रेट घटकर 6 फीसदी पर आ गया। उसके बाद जून में आरबीआई ने रेपो रेट 0.50 फीसदी घटाया, जिससे रेपो रेट 5.50 फीसदी पर आ गया। आखिरी बार आरबीआई ने इस महीने की शुरुआत में रेपो रेट 0.25 फीसदी घटाया, जिससे रेपो रेट 5.25 फीसदी पर आ गया है।

रेपो रेट में 1.25 फीसदी कमी से होम लोन के इंटरेस्ट रेट में कमी आई है

इस साल रेपो रेट में 1.25 फीसदी की कमी का असर बैकों के होम लोन सहित दूसरे लोन के इंटरेस्ट रेट पर पड़ा है। बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक के होम लोन का इंटरेस्ट रेट 7.1-7.9 फीसदी से शुरू हो रहा है। इंटरेस्ट घटने से जहां होम लोन के नए ग्राहकों को कम इंटरेस्ट रेट पर लोन मिल रहा है, वही होम लोन के पुराने ग्राहकों की EMI में भी कमी आई है।

होम लोन के पुराने ग्राहकों को भी रेपो रेट में कमी का फायदा

उदाहरण के लिए अगर इस साल आपने जनवरी में 50 लाख रुपये का होम लोन 20 साल के लिए 8.5 फीसदी इंटरेस्ट रेट पर लिया है तो आपको रेपो रेट में 1.25 फीसदी की कमी से बड़ा फायदा हुआ होगा। इससे आपके लोन की अवधि घटक 198 महीने रह गई है, जिससे आपको इंटरेस्ट के रूप में करीब 18.32 लाख रुपये की बजत हो रही होगी। अगर आप लोन की अवधि की जगह EMI में कमी चाहते हैं तो इंटरेस्ट के रूप में आपकी सेविंग्स अपेक्षाकृत कम होगी। यह बचत करीब 9.29 लाख रुपये की होगी।

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क्या अगले साल और सस्ता हो सकता है होम लोन?

कुछ इकोनॉमिस्ट्स का कहना है कि अगले साल फरवरी में रेपो रेट में और 0.25 फीसदी की कमी हो सकती है। बंधन बैंक के चीफ इकोनॉमिस्ट सिद्धार्थ सन्याल ने कहा, "इनफ्लेशन अगले 12 महीनों में करीब 3 फीसदी रहने की उम्मीद है। करेंट रियल रेट अब भी आरबीआई के 1.4 से 1.9 फीसदी के न्यूट्रल रियल रेट से ज्यादा है। इसका मतलब है कि रेट में कमी का सिलसिला जारी रहेगा।" इसका मतलब है कि होम लोन लेने का प्लान बना रहे लोगों को अगले साल और कम इंटरेस्ट रेट पर लोन मिल सकता है।

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