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S&P ने किया अलर्ट! इस काम के लिए मजबूर हो सकते हैं बैंक, समान रफ्तार से नहीं बढ़ रही जमा राशि

निकिता आनंद ने एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स के हाल ही में हुए एक सेमिनार में कहा कि हमें उम्मीद है कि बैंक चालू वित्त वर्ष में अपनी ऋण वृद्धि में कमी लाएंगे और इसे जमा वृद्धि के अनुरूप लाएंगे यदि बैंक ऐसा नहीं करते हैं, तो उन्हें थोक धन प्राप्त करने के लिए अधिक भुगतान करना होगा

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 28, 2024 पर 10:53 PM
S&P ने किया अलर्ट! इस काम के लिए मजबूर हो सकते हैं बैंक, समान रफ्तार से नहीं बढ़ रही जमा राशि
बैंकों के लिए एक अहम अपडेट सामने आया है।

देश में कई ऐसे बैंक हैं, जिनमें पिछले कुछ सालों में काफी ग्रोथ देखने को मिली है। इन बैंकों ने ग्राहकों को बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाई है और अपनी बैलेंस शीट में भी सुधार किया है। इसके साथ ही बैंक लोगों को जरूरत के हिसाब से लोन भी मुहैया करवाते हैं। हालांकि वित्त वर्ष 2024-25 में बैंकों को भी थोड़ा संभलकर रहना होगा।

आर्थिक वृद्धि

दरअसल, रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष में भारतीय बैंकों की लोन वृद्धि, प्रॉफिटेबिलिटी और संपत्ति की गुणवत्ता मजबूत रहेगी, जो मजबूत आर्थिक वृद्धि को दर्शाती है। हालांकि, रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने कहा है कि बैंक अपनी लोन वृद्धि को धीमा करने के लिए मजबूर हो सकते हैं क्योंकि जमा राशि समान गति से नहीं बढ़ रही है।

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