Shani Margi ज्योतिष शास्त्र में शनि को कर्मफलदाता ग्रह कहा गया है। शनि हर व्यक्ति को उसके कर्म के अनुसार फल प्रदान करते हैं। शनि के अशुभ परिणामों से हर व्यक्ति डरा रहता है। लेकिन शनि हमेशा अशुभ फल ही प्रदान नहीं करते हैं। जातक की जन्म कुंडली में शनि की स्थिति के आधार पर अच्छे-बुरे फल मिलते हैं। इनकी चाल का सीधा असर सभी 12 राशियों पर पड़ता है। 13 जुलाई 2025 से वक्री चाल में गोचर कर रहे शनि 28 नवंबर को मार्गी होंगे। शनि इस समय मीन राशि में वक्री हैं, जो तीन राशियों, मिथुन, कर्क और सिंह, के लिए बेहद शुभ हैं। वक्री शनि की यह अवधि इन जातकों के करियर, धन और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि का योग लेकर आई है।