प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक HDFC Bank ने अपने कस्टमर्स को बड़ा झटका दिया है। बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में 15 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोतरी का ऐलान किया है। इस फैसले के चलते अब HDFC बैंक के कस्टमर्स के लिए होम लोन, पर्सनल लोन और ऑटो लोन महंगा हो जाएगा। बैंक ने अलग-अलग टेन्योर के लिए लेंडिंग रेट में 5 से 15 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है। नई दरें आज यानी 8 मई से लागू हो गई हैं। इसके चलते अब नए और पुराने ग्राहकों की EMI बढ़ जाएगी। हालांकि, इसका असर केवल फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट पर होगा।
एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के मुताबिक होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन जैसे अहम लोन के लिए एक साल के MCLR को बढ़ाकर 9.05 फीसदी कर दिया गया है।
अलग-अलग टेन्योर के लिए MCLR में कितनी हुई बढ़ोतरी
बैंक का ओवरनाइट MCLR अब 7.95 फीसदी है। इसके एक महीने के MCLR को बढ़ाकर 8.10 फीसदी कर दिया गया है, जबकि इसके तीन महीने के MCLR अब 8.40 फीसदी हो गए हैं। लेंडर का छह महीने का MCLR अब 8.80 फीसदी है। इसके अलावा दो साल का MCLR 9.10 फीसदी और तीन साल का MCLR 9.20 फीसदी है।
HDFC बैंक का लेटेस्ट MCLR (8 मई 2023 से लागू):
HDFC लिमिटेड और HDFC बैंक का होने वाला है विलय
एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी का मर्जर जुलाई महीने तक होना है। HDFC बैंक ने पिछले साल 4 अप्रैल को 40 अरब डॉलर की एक डील में HDFC के मर्जर पर सहमति जताई थी। इसे भारत के कॉर्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा सौदा कहा जा रहा है। मर्जर के बाद HDFC बैंक एक विशाल संस्था में बदल जाएगा, जिसके पास करीब 18 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एसेट्स होंगे।