भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India(RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने आज मॉनेटरी पॉलिसी की घोषणा की। गवर्नर ने पॉलिसी रेट पर बात करते हुए अबकी बार कोई भी बदलाव नहीं करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी ने सर्वसम्मति से रेपो रेट को यथावत रखने पर सहमति बनाई। अबकी बार आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी का फैसला स्ट्रीट के अनुमान से विपरीत रहा। आरबीआई ने रेपो रेट 6.50% पर बरकरार रखा है। जबकि स्ट्रीट का अनुमान था कि कम से 0.25 प्रतिशत दरें बढ़ सकती हैं। वहीं महंगाई के मोर्चे पर बात करते हुए गवर्नर ने कहा कि समिति ने FY24 के लिए महंगाई अनुमान घटाया है। समिति ने रिटेल महंगाई अनुमान 5.3% से घटाकर 5.2% तय किया है।
आरबीआई गवर्नर ने आगे कहा कि उनका वित्त वर्ष 24 की प्रत्येक तिमाही के महंगाई अनुमान का आकलन अलग-अलग है। Q1FY24 के लिए रिटेल महंगाई अनुमान 5.1% है। जबकि Q2FY24 रिटेल महंगाई अनुमान 5.4% है। वहीं Q3FY24 के लिए भी रिटेल महंगाई अनुमान समान रूप से 5.4% लगाया गया है। जबकि Q4FY24 के लिए रिटेल महंगाई अनुमान घटाकर 5.2% कर दिया है।
गवर्नर शक्तिकांत दास ने रिटेल महंगाई पर आगे कहा कि रिटेल महंगाई इस समय उम्मीद के अनुसार है और आगे चलकर महंगाई दर घटने का अनुमा है। वहीं रिटेल महंगाई दिसंबर 2022 से बढ़ रही है। कोर महंगाई दर अब भी ऊपरी स्तरों पर है। वहीं प्राइवेट डिमांड में धीमापन दिखाई दिया है।
शक्तिकांत दास ने कहा ग्लोबल फाइनेंशियल मार्केट पर हमारी नजर बनी हुई है। महंगाई के खिलाफ हमारी जंग जारी रहेगी। मौजूदा वक्त अनिश्चितताओं से भरा हुआ है । हमारा ग्रोथ अनुमान $85/bbl क्रूड कीमतों पर आधारित है। इसके साथ ही रुपए में स्थिरता बनाए रखने पर हमारी तरफ से काम जारी है।
आरबीआई गवर्नर ने भारतीय बैंकिंग सिस्टम पर भी बात की। उन्होंने कहा कि भारतीय बैंकिंग सिस्टम की स्थिति मजबूत है। बैंकिंग सेक्टर के उतार-चढ़ाव पर आरबीआई की नजर बनी हुई है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार फिर 60,000 करोड़ डॉलर पर आ गया है। हमारा UPI का दायरा बढ़ाने पर भी फोकस है।