इस साल तमाम देशों की करेंसी में अस्थिरता का दौर है। रुपया भी लगातार कमजोर हो रहा है। ऐसे में लंदन से सिंगापुर तक के करेंसी ट्रेडर्स की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि रिजर्व बैंक कब रुपये को लेकर अपनी नीतियों में थोड़ी ढील देगा। पिछले एक महीने में डॉलर के मुकाबले रुपये में काफी कमजोरी देखने को मिली है। डॉलर के मुकाबले रुपया जून में 2005 के बाद गिरावट के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया।