इन 4 इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड ने दिया है तगड़ा रिटर्न, जानिए कैसे कर सकते हैं निवेश
चार इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड्स ने पिछले तीन साल में जबरदस्त रिटर्न दिए हैं। इनका निवेश अमेरिकी टेक से लेकर ताइवान के सेमीकंडक्टर तक में है। ये फंड कैसे काम करते हैं, किन थीम्स पर दांव लगाते हैं और इनमें निवेश कैसे शुरू किया जा सकता है... जानिए पूरी डिटेल।
भारतीय निवेशक आसानी से इंटरनेशनल फंड्स में निवेश कर सकते हैं। चाहे डायरेक्ट ग्लोबल स्कीम हो या FoF स्कीम।
इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड उन भारतीय निवेशकों के लिए अच्छे विकल्प बन गए हैं, जो सिर्फ घरेलू बाजार पर निर्भर नहीं रहना चाहते। साथ ही, दुनिया की बड़ी ग्रोथ थीम्स में हिस्सा लेना चाहते हैं। जैसे कि अमेरिकी टेक, ताइवान के सेमीकंडक्टर्स या ग्लोबल इनोवेशन। इन फंड्स से पोर्टफोलियो का जोखिम कम होता है। ऐसे देशों और कंपनियों में एक्सपोजर मिलता है, जहां सीधे निवेश करना मुमकिन नहीं होता।
इंटरनेशनल म्युचुअल फंड क्या होते हैं?
ये म्युचुअल फंड भारत के बाहर की इक्विटी और डेट में निवेश करते हैं। यानी भारतीय स्टॉक्स की जगह ये अमेरिका, यूरोप, जापान, ताइवान और अन्य वैश्विक बाजारों में पैसा लगाते हैं। इन फंड्स के दो मुख्य मॉडल हैं:
1. डायरेक्ट ग्लोबल फंड - AMC सीधे विदेशी शेयर या डेट इंस्ट्रूमेंट्स खरीदती है। जैसे Apple, Nvidia, Tesla, TSMC आदि।
2. फंड ऑफ फंड्स (FoF) - यह स्कीम किसी विदेशी म्युचुअल फंड में निवेश करती है। यानी आपका पैसा एक इंटरनेशनल फंड मैनेजर के ऑफशोर फंड में जाता है।
क्या भारतीय इंटरनेशनल म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं?
हां, भारतीय निवेशक आसानी से इन फंड्स में निवेश कर सकते हैं। चाहे डायरेक्ट ग्लोबल स्कीम हो या FoF स्कीम।
इंटरनेशनल FoF फंड्स पर LRS की कोई सीमा नहीं होती, क्योंकि विदेशी निवेश AMC करती है, आप नहीं।
डायरेक्ट इंटरनेशनल फंड्स या ग्लोबल ETFs पर कभी-कभी SEBI/RBI की ओवरसीज लिमिट्स लागू हो सकती हैं, लेकिन अधिकांश FoF स्कीमें निवेश के लिए खुली रहती हैं।
टैक्स की बात करें तो इंटरनेशनल फंड्स पर कोई अलग टैक्स कैटेगरी नहीं है। इन्हें मौजूदा नियमों के अनुसार डेट फंड की तरह टैक्स किया जाता है।
सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले इंटरनेशनल फंड
1. Mirae Asset NYSE FANG+ ETF FoF - Direct Plan
यह इंटरनेशनल कैटेगरी का सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाला फंड है, जिसका 3-साल का CAGR 63.73% है। इसकी NAV ₹36.07 और AUM ₹2,624 करोड़ है। लगभग पूरा निवेश Mirae FANG+ ETF में लगा है, जिससे पोर्टफोलियो का 90% हिस्सा अमेरिकी टेक कंपनियों में रहता है।
इसका खर्च अनुपात सिर्फ 0.07% है और Sharpe Ratio 1.97 दिखाता है कि जोखिम के मुकाबले रिटर्न काफी मजबूत रहे हैं। यह फंड उन निवेशकों के लिए है जो FANG+ जैसी तेजी से ऊपर-नीचे होने वाली कंपनियों में निवेश करने की क्षमता रखते हैं।
2. Nippon India Taiwan Equity Fund - Direct Plan
इस फंड ने तीन साल में 38.19% CAGR दिया है। NAV ₹18.39, फंड साइज ₹2,612 करोड़ और पोर्टफोलियो में 41.82% टेक और 32.55% इंडस्ट्रियल्स सेक्टर का एक्सपोजर है। इसकी सबसे बड़ी होल्डिंग Chroma ATE (9.07%) है। Sharpe Ratio 1.17 है। यह फंड ताइवान के सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग बूम से जुड़ा हुआ है, इसलिए थीम नैरो, लेकिन तेज है।
3. Edelweiss US Technology Equity FoF - Direct Plan
इस फंड का 3-year CAGR 35.57% है। NAV ₹33.71, AUM ₹346.96 करोड़ है और लगभग 96% पैसा JPMorgan US Technology Fund में लगा है। इस फंड के जरिए अमेरिकी टेक AI, क्लाउड, सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर में निवेश का मौका मिलता है। Sharpe Ratio 0.91 है। चूंकि यह एक ही ग्लोबल फंड को फीड करता है, इसलिए इसका प्रदर्शन अमेरिकी बड़े टेक ट्रेंड्स पर निर्भर रहता है।
4. Motilal Oswal Nasdaq 100 FoF - Direct Plan
यह सबसे पुराने और भरोसेमंद इंटरनेशनल फंड्स में से एक है। इसका 3-साल का CAGR 34.40% है। NAV ₹49.03, AUM ₹5,253 करोड़ है। लगभग पूरा पोर्टफोलियो Motilal Nasdaq 100 ETF में निवेश हुआ है।
यह फंड Nasdaq की सबसे बड़ी नॉन-फाइनेंशियल कंपनियों में एक्सपोजर देता है। इसका खर्च अनुपात 0.42% और Sharpe Ratio 1.38 है, जो अच्छा रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न दिखाते हैं।
Disclaimer:यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।