रिटायरमेंट प्लानिंग की बड़ी गलतियां, बुढ़ापे को तनावपूर्ण न बनने दें... जानें पूरी डिटेल

Retirement Planning: रिटायरमेंट प्लानिंग में खर्च बजट न बनाना, सारा पैसा एन्युटी में लॉक करना या शेयर बाजार छोड़ना बड़ी गलतियां हैं।​ मेडिकल खर्च भूलना और रियल एस्टेट में ज्यादा निवेश इमरजेंसी में परेशान करता है विविधता और इंश्योरेंस से बचें।​

अपडेटेड Dec 13, 2025 पर 9:05 PM
Story continues below Advertisement

रिटायरमेंट का सपना हर कोई देखता है आरामदायक जीवन, परिवार के साथ समय, यात्राएं और शौक। लेकिन गलत प्लानिंग से यह सपना बोझ बन सकता है। कई लोग सालों की मेहनत की कमाई को कुछ भूलों से खो देते हैं, जिससे बाद की जिंदगी आर्थिक चिंताओं से भर जाती है। आइए इन आम गलतियों को गहराई से समझें और सही रास्ता अपनाएं।

खर्च की रूपरेखा न बनाना

रिटायरमेंट के बाद आय बंद हो जाती है, लेकिन खर्च बढ़ सकते हैं। कई लोग बिना बजट के घूमने-फिरने या लग्जरी पर उड़ाते रहते हैं, और 5-7 सालों में corpus सूख जाता है। उदाहरण के लिए, अगर आपके पास 2 करोड़ हैं, तो 4% नियम से सालाना 8 लाख निकालें मासिक 65,000। यात्रा या शादी जैसे बड़े खर्च के लिए अलग फंड रखें। ऐप्स या एक्सेल से ट्रैकिंग शुरू करें ताकि 25-30 साल का सफर सुचारू चले।

सारा पैसा एन्युटी में लॉक करना


एन्युटी निश्चित मासिक आय देती है, लेकिन पूरा फंड इसमें डालना जोखिम है। पैसे लॉक हो जाते हैं, और मेडिकल या पारिवारिक जरूरत पर निकालना नामुमकिन। मान लीजिए 1 करोड़ एन्युटी में डाला, तो 6-7% रिटर्न पर 50-60 हजार मासिक मिले, लेकिन इन्फ्लेशन से घटेगा। सलाह ये दी जाती है कि 30-40% ही एन्युटी में रखें, बाकी SWP (सिस्टमैटिक विदड्रॉल प्लान) वाले म्यूचुअल फंड्स में। इससे लचीलापन मिलेगा।

महंगाई से हारना

रिटायरमेंट पर इक्विटी छोड़कर सिर्फ FD या बचत खाते में रखना महंगाई (6-7%) को नजरअंदाज करता है। FD पर 6-7% रिटर्न से रियल रिटर्न निगेटिव। जारी रखें 10-15% इक्विटी में लार्ज कैप या हाइब्रिड फंड्स से 8-10% औसत रिटर्न। बाकी डेट फंड्स या FD में बैलेंस करें।

सबसे बड़ा खतरा

60+ उम्र में हॉस्पिटल बिल लाखों में पहुंच सकता है। बिना हेल्थ इंश्योरेंस के 50 लाख का corpus 2-3 सालों में उड़ सकता है। 1 करोड़ परिवार फ्लोटर पॉलिसी लें, टॉप-अप के साथ। साथ ही 10-20 लाख कैश इमरजेंसी फंड रखें। नियमित चेकअप से बचाव करें।

रियल एस्टेट में ज्यादा निवेश न करें

प्रॉपर्टी में बड़ा हिस्सा लगाना ठीक नहीं, क्योंकि बेचने में देरी होती है और मेंटेनेंस महंगा पड़ता है। लिक्विड एसेट्स पर फोकस करें ताकि जरूरत पर तुरंत पैसा मिले।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।