Budget 2025: यूनियन बजट के बाद सोना महंगा होने जा रहा है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने जा रही हैं। वह 1 फरवरी को बजट में इसका ऐलान करेंगी। इससे सोना महंगा हो जाएगा। पिछले साल जुलाई में पेश यूनियन बजट में वित्तमंत्री ने गोल्ड और सिल्वर ड्यूटी घटाने का ऐलान किया था। इससे कीमतों में कमी आई थी। इसका असर इंपोर्ट पर पड़ा था। पिछले साल अगस्त में गोल्ड के इंपोर्ट में जबर्दस्त उछाल आया था।
पिछले साल इंपोर्ट ड्यूटी घटी थी
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने 23 जुलाई, 2024 को गोल्ड (Gold Import Duty) और सिल्वर पर इंपोर्ट ड्यूटी 15 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर दी थी। पहले कभी गोल्ड की इंपोर्ट ड्यूटी में एक बार में इतनी ज्यादा कमी नहीं की गई थी। इससे 2023 के बाद पहली बार गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी घटकर 10 फीसदी से नीचे आ गई थी। इसका सीधा असर गोल्ड के इंपोर्ट पर देखने को मिला था। अगस्त 2024 में गोल्ड के इंपोर्ट में साल दर साल आधार पर 104 फीसदी उछाल आया था।
गोल्ड की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर
इस बीच, गोल्ड की कीमतें फिर से रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। इसकी बड़ी वजह डॉलर में कमजोरी है। अमेरिका में चौथी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ उम्मीद से कम रही है। इसका असर डॉलर पर पड़ा है। डॉलर में कमजोरी से अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड का प्राइस 1.1 फीसदी चढ़कर 2,790 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। यह सोने की सबसे ज्यादा कीमत है। इससे पहले सोने का भाव पिछले साल अक्टूबर में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था। डॉलर में कमजोरी से विदेशी मुद्रा में सोना खरीदना सस्ता हो जाता है। इसलिए डॉलर में कमजोरी आने पर सोना चढ़ता है। इंडिया में 30 जनवरी को पहली बार सोने का भाव 81,000 प्रति 10 ग्राम को पार कर गया।
बजट में बढ़ सकती है इंपोर्ट ड्यूटी
अगर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाती हैं तो सोना महंगा हो जाएगा। सोना की कीमतें कितनी बढ़ेंगी, यह इस बात पर निर्भर करता है कि सरकार बजट में सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी कितना बढ़ाती है। हालांकि ज्वैलर्स इंडस्ट्री ने सरकार से गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी नहीं बढ़ाने की गुजारिश की है। उसका मानना है कि पिछले 1-2 साल में अमेरिका और कनाडा जैसे देशों को गोल्ड ज्वैलरी का एक्सपोर्ट घटा है। इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने से गोल्ड ज्वैलरी के एक्सपोर्ट पर खराब असर पड़ेगा। साथ ही इससे देश में गोल्ड की स्मग्लिंग भी बढ़ सकती है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि शॉर्ट और मीडियम टर्म में सोने की कीमतों में तेजी का ट्रेंड जारी रहेगा। इसकी बड़ी वजह वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता है। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिकी सरकार की पॉलिसी में बदलाव के संकेत हैं। ट्रंप ने मैक्सिको सहित कई पड़ोसी देशों पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने का ऐलान किया है। उन्होंने चीन से होने वाले इंपोर्ट पर भी ड्यूटी बढ़ाने की धमकी दी है। अगर वह चीन से इंपोर्ट पर ड्यूटी बढ़ाते हैं तो इससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार में उथलपुथल की स्थिति बन सकती है। ऐसे में सोने की चमक बढ़ सकती है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इनवेस्टर के पोर्टफोलियो में कम से कम 5-10 फीसदी गोल्ड होना चाहिए। अगर आपके पोर्टफोलियो में गोल्ड की हिस्सेदारी कम है तो आप गोल्ड में निवेश कर सकते हैं। बजट में बाद गोल्ड महंगा हो सकता है। ऐसे में आज गोल्ड में कुछ निवेश 31 जनवरी को कर सकते हैं। बाकी निवेश आप बजट के बाद कर सकते हैं। अगर सरकार गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाती है तो इसके तुरंत प्रभाव से लागू होने की उम्मीद कम है। ऐसे में आप गोल्ड की बाकी खरीदारी बजट के बाद भी कर सकते हैं। इससे गोल्ड की आपकी खरीद का औसत भाव कम रहेगा।