बच्चे बगैर बैंक अकाउंट यूपीआई का कर सकेंगे इस्तेमाल, आरबीआई ने उठाया बड़ा कदम

RBI के एप्रूवल के बाद Junio Payments यूपीआई से लिंक्ड डिजिटल वॉलेट लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। इससे यूजर्स खासकर नाबालिग बगैर बैंक अकाउंट के यूपीआई के जरिए पेमेंट कर सकेंगे। वॉलेट से वे किसी यूपीआई क्यूआर कोड को स्कैन कर सकेंगे

अपडेटेड Nov 10, 2025 पर 10:10 PM
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जूनियो एक फिनटेक प्लेटफॉर्म है, जिसकी शुरुआत अंकित गेरा शंकर नाथ ने की थी। इसे बच्चों और किशोरों को पैसे के जिम्मेदारीपूर्वक इस्तेमाल में मदद करने के लिए तैयार किया गया है।

बच्चों और किशोरों के लिए यूपीआई के इस्तेमाल का रास्ता खुलने जा रहा है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने जूनियो पेमेंट्स को प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (पीपीआई) इश्यू करने का इन-प्रिंसिपल एप्रूवल दे दिया है। इससे अब बच्चे और किशोर भी यूपीआई का इस्तेमाल कर सकेंगे।

जूनियो जल्द लॉन्च करेगी डिजिटल वॉलेट

RBI के एप्रूवल के बाद Junio Payments यूपीआई से लिंक्ड डिजिटल वॉलेट लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। इससे यूजर्स खासकर नाबालिग बगैर बैंक अकाउंट के यूपीआई के जरिए पेमेंट कर सकेंगे। वॉलेट से वे किसी यूपीआई क्यूआर कोड को स्कैन कर सकेंगे। वे सामान्य यूपीआई यूजर्स की तरह पेमेंट कर सकेंगे। यह कपैबिलिटी एनपीसीआई की तरफ से लॉन्च यूपीआई सर्किल एनिशिएटिव के मुताबिक है।


बच्चे बगैर बैंक अकाउंट यूपीआई से कर सकेंगे पेमेंट

यूपीआई सर्किल एनिशिएटिव के तहत बच्चों और किशोरों को अपने मातापिता से लिंक्ड यूपीआई अकाउंट्स के जरिए पेमेंट की सुविधा देने की बात कही गई थी। इसका मकसद रियल-वर्ल्ड मनी मैनेजमेंट के जरिए फाइनेशियल लिट्रेसी को बढ़ावा देना था। आज करोड़ों लोगों छोटी-बड़ी खरीदारी के लिए यूपीआई का इस्तेमाल कर रहे हैं। यूपीआई से किसी खरीदारी को पेमेंट किया जा सकता है। किसी दोस्त-रिस्तेदार को पैसा ट्रांसफर किया जा सकता है। उसे पैसे अपने बैंक अकाउंट में मंगाए भी जा सकते हैं।

जूनियो का प्लेटफॉर्म टास्क-बेस्ड रिवॉर्ड ऑफर करेगा

जूनियो एक फिनटेक प्लेटफॉर्म है, जिसकी शुरुआत अंकित गेरा शंकर नाथ ने की थी। इसे बच्चों और किशोरों को पैसे के जिम्मेदारीपूर्वक इस्तेमाल में मदद करने के लिए तैयार किया गया है। इस ऐप के जरिए मातापिता पैसे ट्रांसफर कर सकेंगे, खर्च करने की सीमा तय कर सकेंगे और रियल टाइम में ट्रांजेक्शन की मॉनिटरिंग कर सकेंगे। यह प्लेटफॉर्म टास्क-बेस्ड रिवॉर्ड भी ऑफर करेगा। इसके जरिए फाइनेंशियल एजुकेशन के विस्तार में भी मदद मिलेगी।

जूनियो के रूपे-ब्रांडेड कार्ड्स ऑफलाइन भी उपलब्ध होंगे

जूनियो के रूपे-ब्रांडेड कार्ड्स फिजिकल और वर्चुअल दोनों फॉरमैट्स में उपलब्ध हैं। इनका ऑनलाइन, ऑफलाइन और टैप-टू-पे ट्रांजेक्शंस के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। कंपनी के पहले से 20 से ज्यादा यूजर्स हैं, जो बच्चे या किशोर हैं। इससे लोगों में इसके तेजी से बढ़ते इस्तेमाल का पता चलता है। सीएनबीसी से बातचीत में जूनियो के को-फाउंडर अंकित गेरान ने कहा कि आरबीआई से एप्रूवल मिल जाने के बाद नेक्स्ट जेनरेशन को पैसे के स्मार्ट तरीके से इस्तेमाल करने में मदद करने का उनका विजन पूरा होगा।

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जूनियो अपने प्लेटफॉर्म में कुछ और फीचर जोड़ेगी

कंपनी अगले कुछ महीनों में कुछ और फीचर्स जोड़ना चाहती है। इनमें यूपीआई इंटिग्रेशन, सेविंग्स पर रिवॉर्ड्स प्वाइंट्स, ब्रांड वाउचर्स और एनसीएमसी के सपोर्ट से ट्राजिंट पेमेंट शामिल होंगे। इससे बच्चों को बगैर कैश ट्रैवल करने और डिजिटल ट्रांजेक्शन करने में मदद मिलेगी।

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