AC Servicing Tips: भारत एक ऐसा देश है, जहां मौसम के हर सीजन को इंजॉय करने का मौका मिलता है। खासकर उत्तर भारत में। गर्मी से लेकर सर्दी, बरसात से लेकर बंसत तक, उत्तर भारतीय हर मौसम में खुद को ढाल लेते हैं। सर्दी में तो गर्म कपड़ों से चल जाता है, लेकिन गर्मियों के मौसम में बिना एयर कंडीशनर रहना कइयों के लिए काफी मुश्किल भरा हो जाता है। तभी तो आप कह सकते हैं कि गर्मियों के मौसम के लिए एयर कंडीशनर किसी लाइफसेवर से कम नहीं है। अब अगर आप अगले सीजन के लिए पैक करने की तैयारी में हैं तो ऐसे ही इसे पैक नहीं कर देना चाहिए।
दरअसल, ऐसा करने से एयर कंडीशनर में दिक्कत आ सकती है और जब आप अगले सीजन के लिए एयर कंडीशनर का इस्तेमाल करना चाहेंगे तो इसमें समस्या आने लगेगी।
AC को बंद करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
आम तौर पर एयर कंडीशनर में गैस लीकेज हो जाता है। जिससे कूलिंग पर असर पड़ने लगता है। अगर आप लीकेज चेक नहीं करवाते हैं तो एयर कंडीशनर ठीक तरह से काम नहीं करेगा। घंटों चलने के बाद भी कूलिंग नहीं होगी।
कूलेंट लेवल जरूर करें चेक
कूलेंट लेवल चेक करवाना बेहद जरूरी है। अगर कूलेंट का लेवल कम हो जाता है तो कूलिंग में समस्या आने लगती है। आप फिर कुछ नहीं कर सकते हैं। लिहाजा कूलेंट लेवल को चेक करवाना बेहद ही जरूरी है। इससे अगले सीजन में आपको एयर कंडीशनर शुरू करते ही जोरदार कूलिंग मिलेगी।
शायद आपको ये बात ज्यादा गंभीर नहीं लग रही होगी। लेकिन असल में एयर कंडीशनर की क्लीनिंग काफी जरूरी होती है। एयर कंडीशनर को अगले सीजन के लिए पैक करने से से पहले आपको अच्छी तरह से इसे क्लीन करवा लेना चाहिए। इससे फिल्टर में जमी गंदगी बाहर आ जाती है।
एंड-ऑफ-सीजन में एसी मेंटेनेंस का महत्व
हर डिवाइस को ठीक से काम करते रहने के लिए कुछ रखरखाव यानी की मेंटेनेंस की आवश्यकता होती है। अगर आप अपने सिस्टम (डिवाइस) का बेहतरी से रखरखाव नहीं रखते हैं, तो AC के खराब होने की संभावना कहीं अधिक बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में अगर आपका एयर कंडीशनर खराब हो जाता है, तो मरम्मत करना महंगा होगा, बल्कि लेबर कॉस्ट भी ज्यादा हो जाएगी। ऐसे में मौसम के अंत में अपने एयर कंडीशनर की सर्विसिंग कराना एक अच्छा आइडिया है।