Blinkit पर अब ऑर्डर करने के बाद भी कार्ट में एड कर सकते हैं और आइटम

यह Blinkit का पिछले कुछ महीनों में दूसरा बड़ा प्रोडक्ट अपडेट है। अगस्त में, ब्लिंकिट भारत का पहला क्विक-कॉमर्स ऐप बना, जिसने पैरेंटल कंट्रोल्स शुरू किए। इस फीचर की मदद से यूजर छह अंकों का पिन लगाकर सेक्सुअल वेलनेस, निकोटिन जैसी उम्र-सीमित कैटेगरी को छिपा सकते हैं

अपडेटेड Dec 03, 2025 पर 8:39 PM
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अब Blinkit पर ऑर्डर करने के बाद भी कार्ट में एड कर सकते हैं और आइटम

क्विक-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Blinkit ने एक नया फीचर शुरू किया है, जिससे ग्राहक ऑर्डर देने के बाद भी अपने कार्ट में आइटम जोड़ सकते हैं। कंपनी के CEO अलबिंदर ढींडसा ने बुधवार को ये जानकारी दी। ढींडसा ने X पर पोस्ट किया, "ब्लिंकिट पर नया अपडेट: अब आप ऑर्डर करने के बाद और भी आइटम एड कर सकते हैं। आप में से कई लोगों ने इसकी मांग की थी, और अब हमने आपके ऑर्डर की पैकिंग के दौरान और भी चीजें जोड़ना संभव बना दिया है। अब कोई अतिरिक्त डिलीवरी चार्ज नहीं है, और आपको सिर्फ इसलिए दूसरा ऑर्डर देने की जरूरत नहीं होगी क्योंकि आपसे कुछ छूट गया है।"

उन्होंने यूजर्स से सुझाव शेयर करने का भी आग्रह किया और लिखा, "अगर आपको लगता है कि हम इसे बेहतर बना सकते हैं, तो कृपया अपनी प्रतिक्रिया मेरे साथ साझा करें।" यह फीचर ग्राहकों को ओरिजनल ऑर्डर के गोदाम में पैकिंग के दौरान ही प्रोडक्ट एड की सुविधा देता है, जिससे दूसरी बार चेकआउट करने की जरूरत खत्म हो जाती है और अतिरिक्त डिलीवरी चार्ज से बचा जा सकता है।


यह ब्लिंकिट का पिछले कुछ महीनों में दूसरा बड़ा प्रोडक्ट अपडेट है। अगस्त में, ब्लिंकिट भारत का पहला क्विक-कॉमर्स ऐप बना, जिसने पैरेंटल कंट्रोल्स शुरू किए।

इस फीचर की मदद से यूजर छह अंकों का पिन लगाकर सेक्सुअल वेलनेस, निकोटिन जैसी उम्र-सीमित कैटेगरी को छिपा सकते हैं। पिन लगाने के बाद ऐप उन कैटेगरी से जुड़े सर्च रिजल्ट और खरीद इतिहास भी छिपा देता है। अगर कोई इन सेटिंग्स को बदलने की कोशिश करता है, तो ऐप यूजर को तुरंत अलर्ट भेजता है।

ब्लिंकिट का यह प्रोडक्ट बदलाव उसकी बड़ी यात्रा को भी दिखाता है। 2013 में ग्रोफर्स के नाम से शुरू हुई इस कंपनी ने शुरुआत में स्थानीय दुकानों के साथ मिलकर ऑन-डिमांड डिलिवरी की सुविधा दी। बाद में फास्ट डिलिवरी के लिए कंपनी ने अपने डार्क स्टोर्स का नेटवर्क तैयार किया।

2021 में, पूरी तरह 10 मिनट डिलिवरी मॉडल पर शिफ्ट होने के बाद कंपनी ने अपना नाम बदलकर ब्लिंकिट कर लिया। 2022 में, ब्लिंकिट को Zomato ने खरीद लिया और अब यह Zomato के ही ग्रुप के तहत काम करती है।

नया फीचर दिखाता है कि ब्लिंकिट अब रोजमर्रा की ऑर्डरिंग को और आसान बनाने पर ध्यान दे रहा है। क्विक-कॉमर्स जैसी कड़ी प्रतिस्पर्धा वाली मार्केट में यह एक बड़ा फर्क पैदा करने वाला कदम माना जा रहा है।

बुधवार को ब्लिंकिट की पैरेंट कंपनी एटर्ना के शेयरों में हल्की गिरावट दर्ज की गई। एनएसई पर शेयर 0.93% गिरकर 297.75 रुपए पर बंद हुए।

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