आज कल पढ़े लिखे लोग भी लाखों रुपये की नौकरी छोड़कर खेती की ओर रूख कर रहे हैं और लाखों रुपये की कमाई कर रहे हैं। खेती करने के लिए नकदी फसलें कुछ ऐसी हैं, जिन्हें बेहतर तरीके से करने पर लाखों रुपये की कमाई आसानी से हो जाती है। यानी नकदी फसलें मोटी कमाई का अच्छा जरिया बन सकती हैं। आज हम आपको एक ऐसे प्रोडक्ट के बारे में बता रहे हैं। जिसकी गांव से लेकर शहरों तक भारी डिमांड है। इन दिनों सहजन की खेती (Sahjan farming) का चलन तेजी से बढ़ा है। इसकी खेती के जरिए मोटी कमाई कर सकते हैं।
सहजन को अंग्रेजी में ड्रमस्टिक (Drumstick) कहते हैं। इसका वैज्ञानिक नाम मोरिंगा ओलीफेरा है। सहजन सेहत के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। इसे पोषक तत्वों का खजाना कहते हैं। डायबिटीज, बीपी से पीडित मरीजों के लिए सहजन किसी दवा से कम नहीं है।
ऐस करें सहजन की खेती की शुरुआत
सहजन की खेती भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में भी होती है। फिलीपिंस श्रीलंका से लेकर कई देशों में खेती की जाती है। इसकी खेती बंजर पड़ी जमीन पर भी की जा सकती है। सहजन एक मेडिसिनल प्लांट है। कम लागत में तैयार होने वाली इस फसल की खासियत यह है कि इसकी एक बार बुवाई के बाद चार साल तक बुवाई नहीं करनी पड़ती है। सहजन की किस्मों को साल में दो बार फली तोड़ते हैं। हर पौधे से करीब 200-400 (40-50 किलोग्राम) सहजन सालभर मिलता है। सहजन की तुड़ाई बाजार और मात्रा के अनुसार 1-2 माह तक चलती रहती है। सहजन के फल में रेशा आने से पहले ही तुड़ाई करने से बाजार में मांग बनी रहती है। इससे लाभ भी ज्यादा मिलता है।
बारिश और बाढ़ से भी नहीं होता नुकसान
कम या ज्यादा बारिश से पौधों को कोई नुकसान नहीं होता है यह कई तरह की परिस्थितियों में उगने वाला पौधा है। इसकी खेती सभी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। बेकार, बंजर और कम उपजाऊ भूमि में भी इसकी खेती की जा सकती है।
सहजन की खेती से कितनी होगी कमाई?
एक एकड़ में करीब 1,200 पौधे लग सकते हैं। सहजन का पौधा लगाने का खर्च करीब 50,000-60,000 रुपये आएगा। सहजन का उत्पादन करने से 1 लाख रुपये से ज्यादा की कमाई आसानी से हो सकती है।