Get App

Business Idea: गुलखैरा की खेती से जल्द बन जाएंगे लखपति, इससे बनती हैं दवाएं

Business Idea: गुलखैरा का इस्तेमाल दवाइयों में सबसे अधिक होता है। इस पौधे के फूल, पत्ती, तना और बीज सब कुछ बाजार में बिक जाता है। यह एक नकदी फसल है और इसकी सबसे ज्यादा उपज पाकिस्तान और अफगानिस्तान में होती है

Jitendra Singhअपडेटेड Nov 24, 2022 पर 8:12 AM
Business Idea: गुलखैरा की खेती से जल्द बन जाएंगे लखपति, इससे बनती हैं दवाएं
गुलखैरा की खेती पाकिस्तान और अफगानिस्तान में सबसे ज्यादा होती है।

Business Idea: अगर आप अपनी नौकरी से तंग आ चुके हैं। कोई नया बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। इसके लिए आपको भीड़ से कुछ अलग करना होगा। आप खेती के जरिए भी मोटी कमाई कर सकते हैं। वैसे भी आज कल बहुत से लोग पारंपरिक खेती छोड़कर नकदी फसल की ओर रूख कर चुके हैं। ऐसी फसलों में किसानों की आमदनी कई गुना बढ़ जाती है। आप भी कोई नकदी फसल करने पर विचार कर सकते हैं। आज हम एक ऐसे औषधीय गुणों वाले पौधे की बात करें रहे हैं। जिसके जड़, तना, पत्तियां बीज सबकुछ बाजार में बिक जाता है। हम बात कर रहे हैं गुलखैरा की खेती (Gulkhaira Farming) के बारे में। इसकी फसल से किसान मालामाल हो रहे हैं।

गुलखैरा के पौधे की खास बात ये है कि आप इसे किसी भी फसल के बीच लगाकर मुनाफा कमा सकते हैं। गुलखैरा का इस्तेमाल सबसे ज्यादा दवाइयों में किया जाता है। लिहाजा गुलखैरा के फूल की खेती से किसान आसानी से बंपर कमाई कर सकते हैं।

कैसे होगी कमाई

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुलखैरा 10,000 रुपये क्विंटल तक बिक जाता है। एक बीघे में 5 क्विंटल तक गुलखैरा निकलता है। लिहाजा एक बीघे में 50,000-60,000 रुपये की आसानी से कमाई कर सकते हैं। गुलखैरा के फसल की खासियत यह है कि एक बार बुवाई करने के बाद दूसरी बार बाजार से बीज नहीं खरीदना पड़ता है। इन्हीं फसलों के बीज से दोबारा बुवाई की जा सकती है। गुलखैरा की बुवाई नवंबर महीने में की जाती है। फसल अप्रैल-मई महीने में तैयार हो जाती है। फसल तैयार होने के बाद अप्रैल-मई के महीने में पौधों की पत्तियां और तना सूखकर खेत में ही गिर जाते हैं। जिसे बाद में इकट्ठा कर लिया जाता है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें