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Haryana News: फर्जी BPL परिवारों को चेतावनी! 20 अप्रैल तक कर लें ये काम नहीं तो 2 साल तक होगी जेल

Haryana News: हरियाणा सरकार ने फर्जी BPL परिवारों को 20 अप्रैल तक का अल्टीमेटम दिया है। सैनी सरकार ने खुद बीपीएल कैटेगरी को छोड़ने के लिए कहा गया है। यदि फर्जी गरीब परिवार खुद बीपीएल लिस्ट से बाहर नहीं निकलता है तो उस पर एक्शन होगा। यदि सरकार ने ऐसे परिवारों को पकड़ लिया तो उन्हें बाहर करने के साथ ही फ्रॉड का FIR दर्ज कराया जाएगा

अपडेटेड Apr 03, 2025 पर 7:36 PM
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Haryana News: हरियाणा में फर्जी बीपीएल कार्ड के खिलाफ एक्शन शुरू हो चुका है

Haryana News: हरियाणा सरकार ने फर्जी बीपीएल कार्ड धारकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दिया है। पिछले एक महीने में राज्य में करीब 1,600 से अधिक परिवारों को गरीबी रेखा से नीचे (BPL) की कैटेगरी से बाहर कर दिया गया है। सरकार ने फर्जी BPL परिवारों को लिस्ट से खुद बाहर निकलने के लिए 20 अप्रैल तक का चेतावनी दिया है। हरियाणा सरकार को शिकायत मिली थी कि राज्य में फर्जी बीपीएल कार्ड बनवाकर अमीर लोग भी सरकारी योजना का गलत तरीके से फायदा उठा रहे हैं। इसके बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कुरुक्षेत्र, सोनीपत, हिसार, गुरुग्राम और फरीदाबाद समेत कई जिलों में अमीर लोगों ने फर्जीवाड़ा कर रखा है। शुरुआती कार्रवाई में हजारों परिवारों को बीपीएल कैटेगरी से बाहर किया गया है। अब सरकार ने ऐसे परिवारों को 20 अप्रैल तक का समय दिया है, ताकि वे बीपीएल कैटेगरी से अपना नाम कटवा लें।

सरकार ने एक आधिकारिक आदेश जारी कर उन्हें खुद ही बीपीएल कैटेगरी को छोड़ने के लिए कहा है। यदि फर्जी गरीब परिवार खुद बीपीएल कैगेजरी से बाहर नहीं निकलते तो सरकार ने ऐसे परिवारों को पकड़कर बाहर करने के साथ ही फर्जीवाड़े का केस भी दर्ज कराया जाएगा। ऐसे में अगर ये परिवार खुद बाहर नहीं निकलते हैं तो उन परिवारों को 2 साल तक की कैद हो सकती है।


क्या है नियम?

नियमों के मुताबिक, हरियाणा में बीपीएल परिवार का लाभ उसी को मिलता है, जिनकी सालाना आय 1.80 लाख रुपये से कम हो। बीजेपी की अगुवाई वाली सैनी सरकार को संदेह है कि इससे ज्यादा आय होने के बावजूद परिवारों ने कम इनकम दिखाकर यह कार्ड बनवा लिया।

सैनी सरकार को शक है कि कई परिवारों की आय 1.80 लाख रुपये से अधिक है। लेकिन, बीपीएल कार्ड के लिए उन्होंने परिवार का फर्जी बंटवारा कर दिया। जबकि जांच में पता चला कि वह एक साथ ही रहते हैं। लेकिन कागजों में खुद को अलग-अलग दिखाकर बीपीएल परिवार को मिलना वाला लाभ उठा रहे हैं।

1,609 परिवारों पर एक्शन

फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद पिछले महीने 1,609 परिवारों को बीपीएल लिस्ट से बाहर निकाल दिया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, हरियाणा में कुल 51,96,380 बीपीएल परिवार हैं। सैनी सरकार ने फर्जी गरीबों को बीपीएल कैटेगरी से बाहर निकालने की कवायद शुरू कर दी है। ताकि सरकार ने जो योजनाएं गरीब परिवारों के लिए शुरू की है, उन्हें ही इसका लाभ मिल सके।

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इन जिलों में हुई कार्रवाई

अंबाला में 36, भिवानी में 106, दादरी में 12, फरीदाबाद में 20, फतेहाबाद में 82, गुरुग्राम में 84, हिसार में 145, झज्जर में 73 परिवारों को बीपीएल कैटेगरी से निकाला गया है। वहीं, जींद 75, कैथल 40, करनाल 73, कुरुक्षेत्र में 175, महेंद्रगढ़ में 38, नूंह 17, पलवल में 46, पंचकूला में 3, पानीपत में 49, रेवाड़ी में 39, सिरसा में 73, सोनीपत में 145, यमुनानगर में 90 बीपीएल परिवारों पर एक्शन हुआ है।

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