त्योहारी सीजन ने इस बार भारतीय बाजार में धूम मचा दी है। 22 सितंबर 2025 से लागू हुए GST रिफॉर्म्स ने उपभोक्ताओं की खरीददारी को किसी उत्सव की तरह तेज कर दिया। बड़े स्क्रीन वाले टीवी, फर्नीचर और मीडियम रेंज फैशन उत्पादों पर टैक्स स्लैब घटाए गए, जिससे कीमतें कम हुईं और हर वर्ग के लोगों को सीधा फायदा मिला।
रिपोर्ट्स के अनुसार, त्योहारी सीजन के शुरुआती दो दिनों में ही ऑनलाइन शॉपिंग में 23-25% की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है। GST 2.0 के तहत बड़े टीवी पर टैक्स 28% से घटकर 18% हो गया है, जिससे इनकी कीमतों में 6-8% तक गिरावट आई और प्रीमियम मॉडल की मांग अचानक बढ़ गई। वहीं, 2,500 रुपये से कम के फैशन आइटम पर GST सिर्फ 5% हो गया, जिसका असर बिक्री में दिखाई दिया। फर्नीचर की मांग भी उल्लेखनीय रूप से बढ़ी है।
ई-कॉमर्स प्लेटफार्म भी इस बूम को पूरी तरह महसूस कर रहे हैं। अमेजन ने पहले दो दिनों में 38 करोड़ से अधिक ग्राहकों का रिकॉर्ड बनाया, जिसमें से करीब 70% ग्राहक टॉप 9 महानगरों से बाहर के थे। फ्लिपकार्ट पर भी शुरुआती 48 घंटों में पिछले साल की तुलना में 21% ज्यादा यूजर्स दर्ज किए गए। मांग इतनी बढ़ गई थी कि कई एप्स स्लो हो गए और ऑर्डर्स देने के दौरान क्रैश हो गए।
अमेजन इंडिया के उपाध्यक्ष सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि “GST बचत उत्सव” को शानदार प्रतिक्रिया मिली है और महज 48 घंटों में करोड़ों रुपये के GST लाभ ग्राहकों तक पहुंचाए गए। जिन उपभोक्ताओं ने स्मार्टफोन या टीवी खरीदने का सपना देखा था, वे अब कम कीमतों का फायदा उठा रहे हैं।
भारत सरकार की यह पहल ऐसे वक्त की गई है जब देश की जीडीपी छह फीसदी से ऊपर बनी हुई है और सरकार घरेलू मांग को बढ़ाने का प्रयास कर रही है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को अमेरिकी बेस टैरिफ (25%) और अतिरिक्त पेनाल्टी टैरिफ की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन त्योहारी खपत में आई उछाल घरेलू बाजार के लिए बड़ी राहत लेकर आई है।