Personal Loan: पर्सनल लोन सिर्फ जरूरत के समय लिए जाने वाले कर्ज नहीं हैं। अगर सही तरीके से इस्तेमाल किए जाएं तो ये महंगे कर्ज से राहत दिला सकते हैं, ब्याज खर्च घटा सकते हैं और मासिक EMI का दबाव कम कर सकते हैं। जानिए, कैसे पर्सनल लोन को समझदारी से लेकर पैसे बचाए जा सकते हैं।
महंगे कर्ज को एक साथ चुकाएं
अगर आपके पास कई कर्ज हैं, तो एक पर्सनल लोन लेकर इन्हें कंसोलिडेट करना फायदे का सौदा हो सकता है। जैसे कि क्रेडिट कार्ड का महंगा बकाया या अनसिक्योर्ड लोन।
कम ब्याज पर मिलने वाला एक बड़ा लोन कई महंगे कर्ज खत्म कर देता है। आपकी EMI भी आसान हो जाती है। कुल ब्याज का बोझ कम होता है। समय के साथ बचत बढ़ सकती है। हाल की सलाह भी यही कहती है कि महंगे कर्ज को बेहतर ब्याज वाले लोन में बदलना मासिक तनाव कम करता है।
छोटी अवधि चुनने से बचेगा ब्याज
लंबी अवधि वाले लोन EMI तो घटा देते हैं, लेकिन कुल ब्याज बहुत बढ़ाते हैं। वहीं छोटी अवधि में EMI ज्यादा होती है, लेकिन ब्याज कम लगता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आपकी आय इजाजत देती है, तो छोटी अवधि लेने से कुल लागत काफी कम होती है।
कम ब्याज वाले लोन का इस्तेमाल
हर उधारी खराब नहीं होती। अगर आप ऐसी चीज के लिए लोन लेते हैं जो भविष्य में आपकी कमाई बढ़ाए, तो यह फाइनेंशियल तौर पर सही फैसला माना जाता है। जैसे किसी प्रोफेशनल ट्रेनिंग, स्किल या जरूरी टूल्स।
अभी कई बैंक योग्य ग्राहकों को 9.99% सालाना ब्याज से पर्सनल लोन दे रहे हैं, जो प्रोडक्टिव खर्च के लिए बढ़िया विकल्प है।
ऐसे मिलेगा कम ब्याज पर लोन
पैसे बचाने का सबसे आसान तरीका है, शुरुआत में ही अच्छी ब्याज दर तय कर लेना। जिन लोगों का क्रेडिट स्कोर मजबूत होता है, EMI का बोझ कम होता है और नौकरी स्थिर होती है, उन्हें कम ब्याज दर मिल सकती है। अलग-अलग बैंकों से ऑफर तुलना करना और बातचीत करना आपके कुल खर्च में बड़ा फर्क डाल सकता है।
जल्द भुगतान करें, ब्याज घटाएं
पर्सनल लोन में प्रीपेमेंट का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह सीधे मूलधन को घटाता है। इससे आगे लगने वाला ब्याज कम हो जाता है। बोनस, टैक्स रिफंड या कोई अतिरिक्त आय मिलते ही थोड़ा-थोड़ा प्रीपेमेंट करने से लोन जल्दी खत्म होता है और अच्छी-खासी बचत होती है। कई लोग इस रणनीति को भूल जाते हैं और जरूरत से ज्यादा ब्याज चुका देते हैं।
पर्सनल लोन से पहले इन बातों का रखें ध्यान