Property Fraud: बेंगलुरु में किराए पर घर ढूंढना पहले ही मुश्किल था, लेकिन अब यह काम और खतरनाक हो चुका है। एक नया ऑनलाइन रेंटल स्कैम सामने आया है, जिसमें लोगों को लग्जरी 2BHK सिर्फ 15,000 रुपये में देने का झांसा दिया जा रहा है। दिखने में यह ऑफर जितना अच्छा लगता है, असलियत उतनी ही डरावनी है। इसमें सिर्फ पैसे ही नहीं, आपकी पर्सनल आईडी का गलत इस्तेमाल भी हो सकता है।
कैसे पकड़ा गया यह नया रेंटल स्कैम?
बेंगलुरु में घर ढूंढते समय जितनी जल्दी लोग भरोसा करते हैं, स्कैमर्स उतनी ही तेजी से उन्हें ठग रहे हैं।बेंगलुरु के एक व्यक्ति ने फेमस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कई ऐसे फ्लैट लिस्टिंग देखीं जिनमें पूरी तरह फर्निश्ड 2BHK टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, जिम, सिक्योरिटी सब कुछ सिर्फ 15,000 रुपये में देने का दावा किया गया था। हालांकि शहर में ऐसी सुविधाओं वाले फ्लैट आमतौर पर 35,000-50,000 रुपये में मिलते हैं, फिर भी व्यक्ति ने सच जानने के लिए एजेंट को कॉल किया। यहीं से धोखाधड़ी की असली कहानी शुरू हुई।
कॉलर ने फ्लैट दिखाने से पहले एक अजीब शर्त रखी। पहले हमारा बनाया हुआ एक्सेस ID कार्ड बनवाना पड़ेगा। इसके लिए वे 3 चीजें मांगते थे।
2500 रुपये का पेमेंट (रिफंडेबल)
यही सबसे बड़ा खतरा है। जैसे ही उस व्यक्ति ने कहा कि वह तुरंत अपार्टमेंट आकर सिक्योरिटी गार्ड से वेरिफाई कर सकता है, कॉल कट कर दी गई। बाद में कॉल उठाया भी नहीं गया।
यह स्कैम इतना खतरनाक क्यों है?
यह सिर्फ 2500 रुपये का मामला नहीं है। सबसे बड़ा खतरा है आपकी फोटो और पहचान पत्र का गलत इस्तेमाल।
आज के समय में AI और डिजिटल फ्रॉड के जरिए किसी की फोटो, आधार नंबर या अन्य डिटेल का दुरुपयोग करना बेहद आसान है। यानी पीड़ित बाद में बड़े साइबर क्राइम, लोन फ्रॉड, या फर्जी खातों में फंस सकता है। यह उसे पता भी नहीं चलता कि यह कब और कैसे हुआ।
बेंगलुरु के किराएदार इस समय आसान शिकार क्यों हैं?
आईटी इंडस्ट्री, माइग्रेशन और सीमित हाउसिंग सप्लाई की वजह से बेंगलुरु का किराया बहुत बढ़ गया है। ऐसी स्थिति में जब कोई लग्जरी फ्लैट सस्ते में दिखता है, तो लोग जल्दी फैसले लेने लगते हैं। स्कैमर्स इसी जल्दी घर चाहिए वाली मानसिकता का फायदा उठाते हैं।
कैसे बचें ऐसे रेंटल फ्रॉड से?
किसी भी कीमत पर घर देखे बिना पैसा ना दें।
किसी अनजान एजेंट को फोटो या आईडी प्रूफ न भेजें।
अपार्टमेंट जाकर सीधे सिक्योरिटी गार्ड या मैनेजमेंट से बात करें।
अगर एजेंट वेरिफिकेशन से बचता है, बातचीत काट देता है।यही सबसे बड़ा रेड फ्लैग है।
याद रखें कि अगर कोई डील बहुत सस्ती लगती है, तो 99% संभावना है कि वह फेक है।