Personal Loan: आज के समय में पर्सनल लोन पैसे की तत्काल जरूरत को पूरा करने के लिए एक बेहतर विकल्प बन गया है। पर्सनल लोन से जुड़े नियमों और इसकी दूसरी खासियतों के बारे में अक्सर लोगों को काफी कम जानकारी होती है। ऐसे में इनसे जुड़े खास पहलुओं के बारे में जानना बेहद जरूरी है। जब आप पर्सनल लोन के लिए बैंक में अप्लाई करते हैं तो बैंक आपको लोन देने से पहले कुछ चीजों के आधार पर आपकी एलिजिबिलिटी का मूल्यांकन करता है। क्रेडिट स्कोर इनमें से एक है।
पर्सनल लोन (Personal Loan) में आपको किसी भी संपत्ति को गिरवी या गारंटी के तौर पर नहीं रखना होता है। आपको बैंक कुछ चीजें और आपकी लोन चुकाने की क्षमता देखकर आपको पैसा देती है। पर्सनल लोन के लिए कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट्स और योग्याताएं जरूरी हैं।
जानिए किन शर्तों पर मिलता है पर्सनल लोन
एक अच्छा क्रेडिट स्कोर होने से बॉरोअर की साख होती है। लेंडर को यह तय करने में मदद मिलती है कि लोन एप्लिकेशन को मंजूरी दी जाए या नहीं। क्रेडिट स्कोर अच्छा होने से बॉरोअर को लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है। जबकि खराब क्रेडिट स्कोर इस संभावना को कम कर देता है। आप किसी संस्थान में कम से कम एक साल नौकरी कर रहे हैं। ऐसे में आपको पर्सनल लोन आसानी से मिल सकता है। वहीं बिजनेस में लगातार दो साल तक काम करने के बाद आपको पर्सनल लोन मिल सकता है।
अगर किसी बैंक के साथ आपका अच्छा और पुराना संबंध हैं। आपने पहले भी लोन का पेमेंट समय पर किया है तो बैंक अन्य के मुकाबले आपको आसान शर्तों और कम ब्याज दरों पर लोन दे सकता है। बैंक के मौजूदा ग्राहकों को प्री-अप्रूव्ड लोन ऑफर मिल सकते हैं।
इन डॉक्यूमेंट्स की होगी जरूरत
जब आपका पर्सनल लोन मंजूर कर लिया जाता है। तब बैंक में नौकरी की डिटेल, एड्रेस प्रूफ, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक स्टेटमेंट जैसे डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है। इनको जमा करने या ऑनलाइन अपलोड करने के बाद कागजों का वेरिफिकेशन किया जाता है। वेरिफिकेशन होने के बाद लोन की राशि आपके अकाउंट में ट्रांसफर हो जाती है। अगर आपके डॉक्यूमेंट्स मेल नहीं खाते तो काम पेंडिंग में चला जाता है। यहां तक आपका एप्लीकेशन खारिज भी हो सकती है।