Credit Cards

Free Ration Scheme: अब गेहूं-चावल के साथ यूपी में बाजरा भी मिलेगा मुफ्त, योगी सरकार का बड़ा फैसला

Free Ration Scheme: मोटे अनाज स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होते हैं और इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश में अब मुफ्त खाद्यान्न योजना के तहत गेहूं-चावल के साथ बाजरा भी मिलेगा। इससे जुड़ा नोटिफिकेशन गुरुवार को ही जारी हो चुका है। जानिए इस योजना के तहत कितना बाजरा मिलेगा और कब से

अपडेटेड Dec 22, 2023 पर 9:59 AM
Story continues below Advertisement
Free Ration Scheme: योगी सरकार ने निःशुल्क कार्डधारकों को मुफ्त में अब बाजरा देने का फैसला किया है। यह बाजरा लाभार्थियों को अगले साल 2024 की फरवरी से मिलने लगेगा।

Free Ration Scheme: मोटे अनाज स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होते हैं और इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश में अब मुफ्त खाद्यान्न योजना के तहत गेहूं-चावल के साथ बाजरा भी मिलेगा। इससे जुड़ा नोटिफिकेशन गुरुवार को ही जारी हो चुका है। योगी सरकार के इस फैसले का फायदा प्रदेश के सभी निःशुल्क कार्ड धारकों को मिलेगा जिन्हें अभी मुफ्त में सरकार की तरफ से अनाज मिलता है। हालांकि बाजरा भी इस स्कीम में जुड़ने के चलते बाकी अनाज की मात्रा कम की जाएगी।

Free Ration Scheme में कितना और कब से मिलेगा बाजरा

योगी सरकार ने निःशुल्क कार्डधारकों को मुफ्त में अब बाजरा देने का फैसला किया है। यह बाजरा लाभार्थियों को अगले साल 2024 की फरवरी से मिलने लगेगा। अभी हर महीने लाभार्थियों को 14 किग्रा गेहूं और 21 किग्रा चावल मुफ्त मिलता है। अब जब बाजरा मिलने लगेगा तो अभी जो अनाज मिल रहा है, उसकी मात्रा थोड़ी कम होगी। फरवरी से लाभार्थियों को 10 किग्रा बाजार मिलेगा और गेहूं तो 14 किग्रा ही मिलेगा लेकिन चावल की मात्रा 21 किग्रा से घटाकर 11 किग्रा कर दिया जाएगा।


2024 में भी गुलजार रहेगा IPO मार्केट, 60000 करोड़ के शेयरों की लिस्टिंग लाइन में

मोट अनाज का है यह साल

भारत की पहल पर करीब ढाई साल पहले मार्च 2021 के 75वें सत्र में यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली ने वर्ष 2023 को मोटे अनाज का अंतरराष्ट्रीय वर्ष घोषित किया था। इसे लेकर 18 मार्च 2023 को नई दिल्ली में भारत ने वैश्विक मोटा अनाज (श्री अन्न) सम्मेलन के रूप में पहला वैश्विक समारोह आयोजित किया था। भारत मोटे अनाज का दुनिया में सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है।

पिछले पांच साल से यहां 1.37 करोड़ से 1.80 करोड़ टन मोटे अनाज का उत्पादन होता है। यहां से निर्यात वर्ष 2022-23 (अप्रैल से नवंबर) के दौरान 365.85 करोड़ रुपये के 1,04,146 मीट्रिक टन मोटे अनाज का निर्यात हुआ था। अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के उत्सव के आयोजन के बाद मोटा अनाज के निर्यात में अब बढ़ोतरी की संभावना है। मोटे अनाज यानी मिलेट में ज्वार, बाजरा, रागी, कंगनी, कुटकी, कोदो, सावां इत्यादि आते हैं।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।