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समय पर सभी बिल पेमेंट के बावजूद आपका क्रेडिट स्कोर खराब है? जानिए इसकी वजह

आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए। खराब क्रेडिट स्कोर से आपको काफी नुकसान हो सकता है। कई लोग अपने क्रेडिट स्कोर की जांच नहीं करते। खराब क्रेडिट स्कोर की वजह से बैंक या एनबीएफसी होम लोन या कार लोन का अप्लिकेशन रिजेक्ट कर देते हैं

अपडेटेड Dec 05, 2024 पर 10:35 AM
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किसी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर कई बातों पर निर्भर करता है।

क्या आपने हाल में अपना क्रेडिट स्कोर चेक किया है? यह इसलिए जरूरी है क्योंकि होम लोन या कार लोन के आपके अप्लिकेशन का एप्रूवल आपके क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है। कई लोगों की शिकायत है कि समय पर बिल चुकाने के बावजूद उनका क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है। इससे वे निराश हो जाते हैं। उन्हें इसका कारण समझ में नहीं आता है। अगर समय पर EMI, क्रेडिट कार्ड बिल आदि चुकाने के बावजूद आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है तो इसकी वजह समझने की जरूरत है।

क्रेडिट मिक्स

किसी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर (Credit Score) कई बातों पर निर्भर करता है। क्रेडिट मिक्स (Credit Mix) इनमें से एक है। यह आपके सेक्योर्ड और अनसेक्योर्ड लोन का रेशियो है। अगर सेक्योर्ड लोन की जगह अनसेक्योर्ड लोन ज्यादा लेते हैं तो इसका खराब असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ सकता है। पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड पर लिया गया लोन अनसेक्योर्ड लोन की कैटेगरी में आते हैं। होम लोन सेक्योर्ड लोन की कैटेगीर में आता है।

क्रेडिट रिपोर्ट में गलत इंफॉर्मेशन


कई बार क्रेडिट रिपोर्ट में गलत जानकारी की वजह से क्रेडिट स्कोर खराब हो जाता है। कई बार अकाउंट क्लोजर की जानकारी क्रेडिट एजेंसियों को नहीं मिल पाती है। ऐसे में आपके पेमेंट पर डिफॉल्ट मार्क हो जाता है। इससे आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो जाता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि समय-समय पर क्रेडिट रिपोर्ट चेक करने से इस तरह की गड़बड़ी का पता चल जाता है। इसे ठीक कराने पर क्रेडिट स्कोर अच्छा हो जाता है।

पेमेंट पर डिफॉल्ट

कई लोग अपनी EMI, क्रेडिट कार्ड बिल समय पर चुकाते हैं। लेकिन, कई साल पहले अगर आपने अनजाने में पेमेंट में डिफॉल्ट किया है या पेमेंट देरी से की है तो उसका असर आपके क्रेडिट स्कोर पर दिख सकता है। इसलिए क्रेडिट स्कोर को ठीक से चेक करने पर आपको इस तरह का डिफॉल्ट दिख सकता है। उसका पेमेंट करते ही आपका क्रेडिट स्कोर बढ़ जाएगा।

पेमेंट सेटलमेंट

अगर आपने लोन का पूरा रिपेमेंट करने की जगह कम अमाउंट का पेमेंट कर लोन का सेटलमेंट कराया है तो इसका आपके क्रेडिट स्कोर पर खराब असर पड़ता है। अगर बैंक या एनबीएफसी ने आपके रिपेमेंट नहीं करने पर लोन के अमाउंट को राइट-ऑफ किया है तो भी आपके क्रेडिट स्कोर पर खराब असर पड़ेगा। इसलिए लोन का सेटलमेंट आपका अंतिम विकल्प होना चाहिए।

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लोन के एक से ज्यादा अप्लिकेशन

अगर आप लोन या क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए हमेशा अप्लाई करते रहते हैं तो इसका खराब असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है। लोन की हर इनक्यावयरी या अप्लिकेशन का असर पड़ता है। माना जाता है कि व्यक्ति की इनकम कम है, जिससे कर्ज पर उसकी ज्यादा निर्भरता है। इसलिए एक्सपर्ट्स का कहना है कि जरूरत पड़ने पर ही लोन के लिए अप्लाई करें।

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