आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को एक और चुनावी कार्ड खेलते हुए बड़ा वादा किया कि अब मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को 18,000 रुपए मासिक भत्ता दिया जाएगा। हालांकि, ये भत्ता AAP के तीसरी बार सत्ता में आने पर ही दिया जाएगा। इस योजना के लिए केजरीवाल और उनके नेताओं ने 31 दिसंबर से राजधानी के अलग-अलग मंदिरों और गुरुद्वारों में जाकर पुजारियों और ग्रंथियों का रजिस्ट्रेशन किया।
आम आदमी पार्टी ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अपनी धर्मपत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ मरघट वाले बाबा मंदिर (ISBT) में दर्शन-पूजन कर हनुमान जी का आशीर्वाद लिया। इस दौरान केजरीवाल ने मरघट वाले बाबा मंदिर के महंत का योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करके प्रदेशभर में ‘पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना’ के रजिस्ट्रेशन प्रोग्राम का आगाज किया।
पार्टी नेता और पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जंगपुरा शिव मंदिर में इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू किया। AAP नेता मनीष सिसोदिया ने कहा, "जंगपुरा निर्वाचन क्षेत्र के तहत किलोकरी गांव के इस मंदिर में, अलग-अलग मंदिरों के पुजारियों ने आगामी चुनावों में अरविंद केजरीवाल की जीत के लिए प्रार्थना की... कल ही, अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की कि ग्रंथी और पुजारियों को प्रति माह 18,000 रुपए मिलेंगे।"
आइए जानते हैं ‘पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना’से जुड़ी कुछ अहम जानकारियां...
क्या है ‘पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना’?
आम आदमी पार्टी के मुताबिक, पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना के तहत मंदिर के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को हर महीने ₹18,000 मिलेंगे। इस योजना के तहत मंगलवार 31 दिसंबर से रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है।
केजरीवाल ने योजना का ऐलान करते हुए कहा, “पुजारी और ग्रंथी हमारे समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, लेकिन उनकी अक्सर उपेक्षा की जाती है। देश में पहली बार, हम उन्हें समर्थन देने के लिए एक योजना शुरू कर रहे हैं, जिसके तहत उन्हें 18,000 रुपए का मासिक भत्ता दिया जाएगा।”
‘पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना': कौन करा सकता है रजिस्ट्रेशन?
जैसा कि इस योजना का ऐलान AAP ने दिल्ली के लिए ही किया है, इसलिए दिल्ली के मंदिरों और गुरुद्वारों में सेवा करने वाले पुजारी और ग्रंथी इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
केजरीवाल ने हालांकि रजिस्ट्रेशन के लिए दिशा-निर्देशों और इसके लिए पात्रता मानदंडों के बारे में विस्तार से नहीं बताया। दिल्ली में रजिस्टर्ड मंदिर पुजारियों और गुरुद्वारा ग्रंथियों की कोई आधिकारिक संख्या नहीं है।
योजना के संभावित लाभार्थियों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा, “रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही उनकी सही संख्या पता चलेगी।” उन्होंने कहा कि इसके लिए पैसे की कोई कमी नहीं होगी।
जैसा अभी इस योजना के लिए कोई गाइडलाइन या आधिकारिक तौर पर कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ, इसलिए इस योजना के लिए आम आदमी पार्टी के नेता और उम्मीदवार ही अपने-अपने इलाकों के मंदिर और गुरुद्वारों में जा-जा कर पुजारियों और ग्रंथियों का रिजस्ट्रेशन कराएंगे।
इस योजना के रजिस्ट्रेशन के लिए कोई आधिकारिक पोर्टल या वेबसाइट नहीं लॉन्च की गई है। केवल AAP नेता और कार्यकर्ता ही आकर इसका रजिस्ट्रेशन करेंगे और एक रसीद काट कर देकर जाएंगे।