मध्य प्रदेश की लाडली बहना योजना लाखों महिलाओं का सहारा बनी हुई है, जो हर महीने आर्थिक मदद से घर की जिम्मेदारियां आसान बनाती है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में छतरपुर के राजनगर में एक क्लिक से 1.26 करोड़ से ज्यादा बहनों के खाते में 31वीं किस्त के ₹1500-₹1500 ट्रांसफर किए, कुल 1,857 करोड़ रुपये जारी हुए। लेकिन अगर आपके खाते में अभी तक पैसे नहीं पहुंचे, तो चिंता न करें कई छोटी-मोटी गड़बड़ियां ही इसका कारण होती हैं, जिन्हें जल्द ठीक किया जा सकता है।
किस्त न आने के प्रमुख कारण
e-KYC अधूरी रहना सबसे आम समस्या है, क्योंकि समग्र ID और आधार कार्ड में नाम, जन्मतिथि या पता मेल न खाने से पात्रता साबित नहीं होती। बैंक खाते का आधार से लिंक न होना या DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) एक्टिव न होना भी रुकावट डालता है। कभी-कभी दस्तावेजों में त्रुटि या डुप्लिकेट ID की वजह से भुगतान अटक जाता है। कुल मिलाकर, अब तक 46,000 करोड़ से ज्यादा राशि वितरित हो चुकी है, लेकिन ये तकनीकी खामियां लाखों बहनों को परेशान कर रही हैं।
घर बैठे cmladlibahna.mp.gov.in पर जाकर समग्र ID या पंजीकरण नंबर डालें, OTP वेरिफाई करें। इससे किस्त की स्थिति, प्राप्त किस्तें और बैंक डिटेल्स साफ दिखेंगी। अगर समस्या दिखे, तो तुरंत जांच शुरू करें यह प्रक्रिया मुफ्त और आसान है।
e-KYC और DBT कैसे पूरा करें?
नजदीकी राशन दुकान, MP Online या CSC कियोस्क पर जाकर मुफ्त e-KYC करवाएं। आधार से समग्र ID लिंक हो जाएगी। बैंक जाकर DBT फॉर्म भरें, e-KYC के साथ अकाउंट एक्टिवेट करें। पेंशन लेने वाली महिलाओं को ₹1250 तक की अतिरिक्त मदद भी मिलती है। रात 12 बजे बाद या सुबह 4-6 बजे ट्राई करें अगर OTP देरी से आए।
सरकार केवल पात्र बहनों को लाभ सुनिश्चित करने के लिए e-KYC अनिवार्य कर रही है, जो धोखाधड़ी रोकता है। समय पर अपडेट रखें ताकि अगली किस्त (हर 10 तारीख के आसपास) मिस न हो। समस्या बनी रहे तो हेल्पलाइन पर संपर्क करें। यह योजना महिलाओं को सशक्त बना रही है सही कदम से आप भी लाभ लें।