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Diwali 2024: इस धनतेरस और दिवाली आपको गोल्ड ईटीएफ में करना चाहिए निवेश, जानिए इसके फायदे

गोल्ड ईटीएफ की हर यूनिट सोने के एक ग्राम की वैल्यू जितनी होती है। गोल्ड ईटीएफ की यूनिट्स को आसानी से स्टॉक एक्सचेजों-BSE और NSE पर बेचा या खरीदा जा सकता है। यह उतना ही आसान है, जितना कंपनियों के शेयरों को खरीदना या बेचना

अपडेटेड Oct 18, 2024 पर 1:56 PM
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अभी मार्केट में गोल्ड ईटीएफ की 17 स्कीमें हैं। इनका एक साल का औसत रिटर्न 29 फीसदी से ज्यादा रहा है।

क्या आप इस बार धनतेरस या दिवाली पर गोल्ड खरीदने जा रहे हैं? अगर हां तो आपको गोल्ड ईटीएफ में निवेश करना चाहिए। इसके कई फायदे हैं। गोल्ड ज्वेलरी खरीदने में प्योरिटी एक बड़ा मसला होता है। गोल्ड ज्वेलरी या कॉइन खरीदने के बाद उसे सुरक्षित रखने का भी चैलेंज होता है। गोल्ड ईटीएफ में इन दोनों की चिंता नहीं रहती है। साथ ही आपको लंबी अवधि में गोल्ड की कीमतों में होने वाली वृद्धि का पूरा फायदा मिलता है। यही वजह है कि गोल्ड ईटीएफ में निवेशकों की दिलचस्पी तेजी से बढ़ रही है। आइए गोल्ड ईटीएफ के बारे में विस्तार से जानते हैं।

ऐसे घर बैठे कर सकते हैं गोल्ड ईटीएफ में निवेश

गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) की हर यूनिट सोने के एक ग्राम की वैल्यू जितनी होती है। गोल्ड ईटीएफ की यूनिट्स को आसानी से स्टॉक एक्सचेजों-BSE और NSE पर बेचा या खरीदा जा सकता है। यह उतना ही आसान है, जितना कंपनियों के शेयरों को खरीदना या बेचना। इसके लिए आपको एक डीमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है। फिर, आप ब्रोकरेज फर्म के ऐप या अपने लैपटॉप के जरिए जब चाहे गोल्ड ईटीएफ की यूनिट्स खरीद या बेच सकते हैं। यह आसानी गोल्ड ज्वेलरी के मामले में नहीं है, जिसे बेचने के लिए आपको ज्वेलर के पास जाना पड़ता है। फिर, वह जो कीमत बताता है उसे आपको मानना पड़ता है।


इस वजह से गोल्ड ईटीएफ में जरूरी है निवेश करना

एक्सपर्ट्स का कहना है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता और जियोपॉलिटिकल टेंशन की वजह से गोल्ड में निवेश करना समझदारी है। आपके इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में कम से कम 5-10 फीसदी गोल्ड की हिस्सेदारी होनी चाहिए। अगर आपने अब तक पोर्टफोलियो में गोल्ड को नहीं शामिल किया है या आपका गोल्ड में निवेश काफी कम है तो यह गोल्ड ईटीएफ के रास्ते सोने में निवेश का सही समय है। इंडिया में धनतेरस और दिवाली के मौके पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। इसलिए आप गोल्ड ज्वेलरी की जगह इस बार गोल्ड ईटीएफ की यूनिट्स खरीद सकते हैं।

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गोल्ड ईटीएफ स्कीमों का कितना रहा है रिटर्न

अभी मार्केट में गोल्ड ईटीएफ की 17 स्कीमें हैं। इनका एक साल का औसत रिटर्न 29 फीसदी से ज्यादा रहा है। तीन साल में इनका औसत रिटर्न करीब सालाना 17 फीसदी और 5 साल में औसत रिटर्न सालाना 13.59 फीसदी रहा है। यह किसी भी स्टैंडर्ड से बहुत अच्छा रिटर्न है। जिस तरह से सोने की कीमतों में पिछले कुछ समय से तेजी जारी है, उससे सोने में निवेश पर बहुत अच्छा रिटर्न मिलने की उम्मीद है। आपके लिए यह समझ लेना जरूरी है कि सोना निवेश का सबसे सुरक्षित जरिया माना जाता है।

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