EPF में कंपनी और आपका कितना होता है कंट्रिब्यूशन? रिटायरमेंट पर होते हैं ये 4 फायदे

ईपीएफ में बड़े फंड जमा होने का सबसे पहला फायदा फाइनेंशियल सिक्योरिटी है। आपको पता होता है कि रिटायरमेंट के बाद आपको एकमुश्त बड़ा फंड मिलेगा। इससे आप वित्तीय रूप से सुरक्षित महसूस करते हैं

अपडेटेड Mar 17, 2025 पर 10:18 AM
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सरकार हर साल ईपीएफ में जमा पैसे का इंटरेस्ट तय करती है।

EPF Benefits: प्राइवेट नौकरी करने वाले लोग हर महीने अपनी सैलरी का एक हिस्सा ईपीएफ अकाउंट में कंट्रिब्यूट करते हैं। एंप्लॉयर भी एंप्लॉयी के ईपीएफ अकाउंट में उतना ही पैसा कंट्रिब्यूट करता है। इससे लंबे पीरियड में बड़ा फंड तैयार होता है। इस पैसे को रिटायरमेंट के बाद एंप्लॉयी को दे दिया जाता है। ईपीएफ में जमा पैसा न सिर्फ रिटायरमेंट के बाद आपके काम आता है बल्कि यह उससे पहले भी आपकी कई तरह से मदद करता है।

फाइनेंशियल सिक्योरिटी देता है

ईपीएफ (EPF) में बड़े फंड जमा होने का सबसे पहला फायदा फाइनेंशियल सिक्योरिटी है। आपको पता होता है कि रिटायरमेंट के बाद आपको एकमुश्त बड़ा फंड मिलेगा। इससे आप वित्तीय रूप से सुरक्षित महसूस करते हैं। अगर आपकी कोई वित्तीय जिम्मेदारी बाकी है तो आप उसे इस पैसे से पूरी कर सकते हैं। ईपीएफ में जमा पैसे पर इंटरेस्ट मिलता है। इसका कैलकुलेशन कंपाउंडेड आधार पर होता है। इससे साल दर साल आपका पैसा बढ़ता रहता है।


सरकार हर साल इंटरेस्ट तय करती है

सरकार हर साल ईपीएफ में जमा पैसे का इंटरेस्ट तय करती है। फाइनेंशिल ईयर 2024-25 के लिए सरकार ने 8.25 फीसदी इंटरेस्ट रेट तय किया है। जब बैंकों के एफडी पर मैक्सिम इंटरेस्ट 6.5-7 फीसदी के बीच है तो 8 फीसदी के इंटरेस्ट को काफी अट्रैक्टिव कहा जा सकता है। इतना ज्यादा इंटरेस्ट शायद ही किसी दूसरे फिक्स्ड रिटर्न इनवेस्टमेंट वाली स्कीम में मिलता है। ज्यादा इंटरेस्ट रेट की वजह से ईपीएफ में जमा पैसे की ग्रोथ अच्छी रहती है।

टैक्स-डिडक्शन का भी लाभ मिलता है

ईपीएफ अकाउंट में एंप्लॉयी के कंट्रिब्यूशन पर टैक्स डिडक्शन का लाभ भी मिलता है। इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के सेक्शन 80सी के तहत अगर एक फाइनेंशियल ईयर में ईपीएफ अकाउंट में आपका कुल कंट्रिब्यूशन 2.5 लाख रुपये या इससे कम है तो इस पर मिला इंटरेस्ट टैक्स-फ्री होता है। लेकिन, कंट्रिब्यूशन 2.5 लाख रुपये से ज्यादा होने पर अतिरिक्त अमाउंट पर मिला इंटरेस्ट टैक्स के दायरे में आता है।

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इमर्जेंसी सिचुएशन में भी काम आता है

ईपीएफ में जमा पैसा आपके लिए एक इमर्जेंसी फंड का भी काम करता है। ईपीएफओ के नियम कई स्थितियों में एंप्लॉयी को ईपीएफ में जमा कुछ पैसा निकालने की इजाजत देते हैं। जैसे बेटे/बेटी या भाई/बहन की इलाज के लिए ईपीएफ में जमा कुछ पैसा निकाला जा सकता है। बेरोजगार होने पर एंप्लॉयी अपने ईपीएफ अकाउंट में जमा पैसा निकाल सकता है। बच्चों के हायर एजुकेशन के लिए पैसा निकाला जा सकता है।

MoneyControl News

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First Published: Mar 15, 2025 4:53 PM

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