Gold price: पिछले कुछ समय से सोने की कीमतों में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखा गया है। इसकी बड़ी वैश्विक स्तर पर अस्थिरता और अमेरिका-चीन के बीच फिर से ट्रेड वॉर का बढ़ना है। इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड की रेसिप्रोकल टैरिफ की भी अहम भूमिका रही, जिससे उन्होंने फिलहाल चीन को छोड़कर बाकी सभी देशों को राहत दे रखी है।
सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है, खासकर तब जब इक्विटी जैसे अन्य एसेट्स में अस्थिरता हो। मौजूदा दौर में कई निवेशक इक्विटी से पैसा निकालकर सोने में लगा रहे हैं। लेकिन अब सवाल यह है, क्या यह तेजी लंबे समय तक टिकेगी?
इस पर एक्सपर्ट की अलग-अलग राय है। कुछ का मानना है कि 2025 के आखिर तक गोल्ड का रेट ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम के पार जा सकता है। वहीं, कुछ एक्सपर्ट का कहना है कि सोने की कीमत 43% तक क्रैश हो सकती है। आइए जानते हैं कि अब गोल्ड का रेट किस दिशा में जा सकता है।
क्या सोना ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम तक जाएगा?
गोल्ड का दाम बढ़ने के बारे में एक्सपर्ट की राय अलग-अलग है। आइए गोल्ड के दाम के बारे में इनका क्या कहना है।
क्या ट्रेड वॉर, मंदी बढ़ाएंगे सोने का भाव?
ट्रेड वॉर, महंगाई और मंदी की आशंका के बीच गोल्ड की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन पर लगातार टैरिफ बढ़ा रहे हैं। चीन भी जवाब में टैरिफ बढ़ाए जा रहा है। इस वैश्विक अस्थिरता के चलते केंद्रीय बैंक सोना जमा कर रहे हैं। निवेशक भी ज्यादातर सोने पर भी दांव लगा रहे हैं।
Goldman Sachs का मानना है कि सोना 2025 के आखिर तक $4,000 प्रति औंस तक जा सकता है, जो अभी $3,198 प्रति औंस है। इस हिसाब से सोने का दाम करीब 25% बढ़ सकता है। अगर इसे भारत में सोने के मौजूदा स्तर यानी 95,660 रुपये प्रति 10 ग्राम से देखें, तो भाव बढ़कर 1,19,575 रुपये प्रति 10 ग्राम तक हो सकता है।
क्या सोना 38-43% तक गिर सकता है?
Morningstar (USA) में मार्केट स्ट्रैटजिस्ट जॉन मिल्स का अनुमान है कि सोना $1,820 प्रति औंस तक गिर सकता है। मौजूदा स्तर $3,198 प्रति औंस से यह करीब 43% तक की गिरावट होगी। भारत में सोने का भाव फिलहाल 95,660 रुपये प्रति 10 ग्राम है। अगर इसमें 43% की गिरावट आती है, तो भाव 54,526 प्रति 10 ग्राम तक आएगा।
हालांकि इस वक्त सोने की कीमतों का रुझान बुलिश यानी तेजी वाला है। लेकिन मिल्स और दूसरे विश्लेषकों का मानना है कि सप्लाई में बढ़ोतरी, मांग में गिरावट, और बाजार में सैचुरेशन जैसे कई कारण सोने की कीमतों में तेज गिरावट ला सकते हैं।