क्रेडिट कार्ड का उपयोग स्मार्ट तरीके से न किया जाए तो यह आसानी से भारी कर्ज में बदल सकता है। मौजूदा समय में कई लोग क्रेडिट कार्ड के कुछ आम गलतियों की वजह से वित्तीय संकट में फंस जाते हैं। सबसे आम गलती है बिना बजट के खर्च करना, क्योंकि क्रेडिट कार्ड की लिमिट को वे अपनी आय समझ लेते हैं। इससे अनियोजित खर्च बढ़ता है और चुकौती में समस्या आती है।
दूसरी आम गलती केवल न्यूनतम भुगतान करना है। इससे कार्ड पर बकाया रकम पर भारी ब्याज लगना शुरू हो जाता है, जो कई बार 36-48 प्रतिशत प्रति वर्ष तक पहुंच जाता है। यह स्थिति धीरे-धीरे कर्ज के जाल में फंसाने लगती है। इसके अलावा, देरी से भुगतान करने पर लेट पेमेंट फीस और क्रेडिट स्कोर प्रभावित हो सकता है।
तीसरी बड़ी गलती है क्रेडिट कार्ड से कैश निकालना। यह सबसे महंगा पड़ता है क्योंकि तत्काल ब्याज और कैश एडवांस फीस लगती है। बेहतर होगा कि नकद जरूरतों के लिए कम ब्याज वाले अन्य विकल्पों जैसे पर्सनल लोन का उपयोग किया जाए।
इसके अलावा, कई लोग क्रेडिट कार्ड के रिवार्ड कार्यक्रमों और ऑफर्स को सही तरीके से नहीं समझ पाते। इसके चलते वे बिना योजना के खर्च कर देते हैं जिससे फायदा कम देखने को मिलता है। महीने के स्टेटमेंट को नजरअंदाज करना भी एक बड़ी गलती है क्योंकि इससे गलत ट्रांजैक्शन पता नहीं चल पाते।
इन गलतियों से बचने के लिए नियमित बजट बनाएं, समय पर पूरा भुगतान करें, और कैश निकासी से बचें। सही कार्ड चुनें जो आपकी जरूरतों के अनुसार रिवार्ड्स और ऑफर्स दे। साथ ही, अपनी क्रेडिट लिमिट का 30% से अधिक उपयोग न करें और महीने के स्टेटमेंट की अच्छी तरह जांच करें।
इस तरह क्रेडिट कार्ड का सही उपयोग वित्तीय स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और आपको अनावश्यक कर्ज से बचाता है। सतर्कता और स्मार्ट प्लानिंग से आप कार्ड की सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं बिना कर्ज के बोझ के।