अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने 10 दिसंबर को इंटरेस्ट रेट में 0.25 फीसदी की कमी की। इसका अनुमान पहले से था। ज्यादातर एक्सपर्ट्स का मानना था कि फेड दिसंबर की अपनी पॉलिसी में इंटरेस्ट रेट में 25 बेसिस प्लाइंट्स की कमी कर सकता है। 11 दिसंबर को इसका असर भारत सहित दूसरे बाजारों पर देखने को मिला। सवाल है कि क्या फेड के इंटरेस्ट रेट में कमी करने का असर गोल्ड की कीमतों पर भी पड़ेगा?
अमेरिका में रेट कट का असर गोल्ड की कीमतों पर पड़ेगा
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिका में इंटरेस्ट रेट में कमी का असर गोल्ड की कीमतों पर पड़ेगा। अर्थ भारत ग्लोबल मल्टीप्लायर फंड के नचिकेता स्वारिकर ने कहा कि इससे भारत में गोल्ड की कीमतों को सपोर्ट मिल सकता है। इसकी वजह यह है कि डॉलर में कमजोरी और इंटरेस्ट रेट में नरमी से सुरक्षित माने जाने वाले एसेट्स की चमक बढ़ जाती है। गोल्ड को निवेश के लिए सबसे सुरक्षित विकल्प माना जाता है। इससे गोल्ड की मांग बढ़ेगी, जिसका असर इसकी कीमतों पर पड़ेगा।
फेड के रेट घटाने के बाद गोल्ड में दिखी थी तेजी
वीटी मार्केट्स के रॉस मैक्सवेल ने कहा कि सिल्वर को भी फायदा मिलने की उम्मीद है। इंडस्ट्रियल इस्तेमाल की वजह से पहले से ही सिल्वर की डिमांड स्ट्रॉन्ग है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में ग्रोथ को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। ॉ इससे भी गोल्ड की कीमतों को सपोर्ट मिल सकता है। 10 दिसंबर को फेड के इंटरेस्ट रेट में कमी करने के बाद गोल्ड की कीमतों में तेजी देखने को मिली थी।
सिल्वर की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर
10 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड की कीमतें 0.7 फीसदी चढ़कर 4,236.57 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई थी। यूएस गोल्ड फ्यूचर्स भी 0.3 फीसदी चढ़कर 4,224 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया था। सिल्वर का प्राइस भी तेजी के साथ 61.85 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया। इस साल सिल्वर की कीमतो में 113 फीसदी उछाल आया है। 11 दिसंबर को भी अंतराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड में मजबूती बनी रही। स्पॉट गोल्ड 0.1 फीसदी चढ़कर 4,233.39 डॉलर पर था।
अप्रैल तक 4500 डॉलर प्रति औंस पर होगा गोल्ड
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस साल के अंत तक गोल्ड की कीमतें 4,300 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएंगी। अगले साल अप्रैल तक गोल्ड का भाव 4,500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएगा। इधर, इंडिया में पीएफआरडीए ने पेंशन फंड्स को गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ में निवेश करने की इजाजत दी है। इसका असर भी गोल्ड की कीमतों पर पड़ेगा।