Festive season 2025: त्योहारों से पहले कार खरीदने की सोच रहे ग्राहकों के लिए यह अच्छा मौका हो सकता है। फेस्टिव सीजन के कारण देश के कई बड़े सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने कार लोन पर आकर्षक ऑफर्स लॉन्च किए हैं। इनमें ब्याज दरों में कटौती, प्रोसेसिंग फीस पर छूट और लंबे पीरियड तक आसान किश्तों का विकल्प शामिल है। बैंक ऑफ बड़ौदा, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और केनरा बैंक जैसे बड़े बैंक इस रेस में आगे हैं।
पैसा बाजार डॉट कॉम की वेबसाइट के मुताबिक सितंबर 2025 में नई कार के लिए लिए जाने वाले 5 लाख रुपये के कार लोन 5 साल के पीरियड पर ब्याज दरें 7.60% से 9.99% के बीच हैं। इनमें सरकारी बैंक आमतौर पर कम दर पर लोन दे रहे हैं, जबकि प्राइवेट बैंक थोड़ा ज्यादा ब्याज वसूलते हैं।
यूको बैंक इस समय सबसे कम ब्याज दर पर कार लोन दे रहा है। यहां ब्याज दरें 7.60% से शुरू होती हैं। वहीं, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब नेशनल बैंक भी करीब 7.80% से 7.85% तक की शुरुआती दर पर कार लोन दे रहे हैं। अगर प्राइवेट बैंकों की बात करें तो आईसीआईसीआई बैंक 9.10% से और एचडीएफसी बैंक 9.20% से ब्याज दर वसूल रहे हैं। इनके मुकाबले सरकारी बैंक थोड़ा सस्ता कार लोन ऑफर कर रहे हैं।
कार लोन लेते समय ब्याज दर के अलावा प्रोसेसिंग फीस भी एक अहम पहलू होती है। कई बैंक इस पर छूट दे रहे हैं। उदाहरण के लिए, केनरा बैंक ने अपनी रिटेल लोन फेस्टिवल स्कीम के तहत 30 सितंबर 2025 तक प्रोसेसिंग फीस पूरी तरह माफ कर दी है। इसी तरह, आईडीबीआई बैंक भी इस तारीख तक जीरो प्रोसेसिंग फीस ऑफर कर रहा है।
दूसरी ओर कुछ बैंकों में यह शुल्क अभी भी लागू है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 750 रुपये से 1,500 रुपये तक प्रोसेसिंग फीस ले रहा है। वहीं एचडीएफसी बैंक अधिकतम 9,000 रुपये और आईसीआईसीआई बैंक लोन अमाउंट का 2% तक वसूल सकता है।
किसके लिए कौन सा लोन बेहतर?
बैंक ऑफ महाराष्ट्र, इंडियन ओवरसीज बैंक और इंडियन बैंक भी लगभग 7.70% से 7.85% की शुरुआती दर पर लोन दे रहे हैं। हालांकि, कुछ प्राइवेट बैंक जैसे फेडरल बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की शुरुआती दरें 10% या उससे ज्यादा हैं। कई बैंकों ने अपने मौजूदा ग्राहकों को भी एक्स्ट्रा छूट दी है। उदाहरण के लिए, बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने होम लोन ग्राहकों या छह महीने से ज्यादा पुराने अकाउंट होल्डर्स को 0.25% ब्याज दर से छूट दी है। ब्याज दर सिर्फ बैंक पर ही निर्भर नहीं करती। आपकी क्रेडिट हिस्ट्री, नौकरी की स्थिरता और मासिक आय भी लोन की अंतिम दर तय करने में बड़ी भूमिका निभाती है। लेकिन लोन लेने से पहले हर बैंक की ब्याज दर, प्रोसेसिंग फीस और शर्तों की तुलना करना जरूरी है। सही चुनाव करने से न सिर्फ EMI कम रहेगी बल्कि कुल खर्च भी काफी घट जाएगा।