Fintech or Bank Loan: आज के समय में पर्सनल लोन लेने के लिए आपके पास सिर्फ बैंक ही नहीं, बल्कि फिनटेक ऐप्स का विकल्प भी मौजूद है। दोनों की अपनी-अपनी खासियत और लिमिट हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि बैंक भरोसेमंद माने जाते हैं, जबकि फिनटेक ऐप्स तेज और आसान प्रोसेस के लिए फेमस हो रहे हैं। आइए समझते हैं कि किस समय में कौन सा विकल्प सही रहेगा।
बैंक आमतौर पर कम ब्याज दर पर लोन देते हैं, लेकिन इसके लिए आपका क्रेडिट स्कोर और इनकम का रिकॉर्ड अच्छा होना चाहिए। बैंक से मिलने वाले पर्सनल लोन का रीपेमेंट पीरियड 1 से 5 साल तक का हो सकता है। दूसरी तरफ, फिनटेक ऐप्स थोड़ा ज्यादा ब्याज वसूलते हैं, मगर उनकी EMI योजना लचीली होती है और छोटे समय के लिए तुरंत लोन आसानी से मिल जाता है।
बैंक से लोन लेने के लिए आपको इनकम प्रमाण, नौकरी का इतिहास और क्रेडिट स्कोर जैसे कई डॉक्यूमेंट देने पड़ते हैं। इसके मुकाबले, फिनटेक ऐप्स केवल e-KYC और आपके ट्रांजैक्शन पैटर्न के आधार पर लोन मंजूर कर देते हैं। यही वजह है कि इनसे लोन पाना आसान है, लेकिन कई बार लोग जरूरत से ज्यादा कर्ज ले बैठते हैं।
बैंकों के पास ब्रांच, कॉल सेंटर और वेबसाइट जैसी पूरी व्यवस्था होती है, जिससे समस्या का समाधान आसान हो जाता है। वहीं फिनटेक ऐप्स चैट सपोर्ट और डिजिटल सर्विस तो देते हैं, लेकिन किसी विवाद की स्थिति में समाधान पाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
यदि आपकी नौकरी और इनकम स्थिर है और क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो बैंक से लोन लेना सस्ता और सेफ ऑप्शन है। लेकिन अगर आपको तुरंत, आसान और कम अमाउंट का लोन चाहिए, तो फिनटेक ऐप्स आपके लिए सही विकल्प हो सकते हैं।
क्या फिनटेक ऐप से लोन लेना सुरक्षित है?
हां, लेकिन केवल उन्हीं ऐप्स से लोन लें जो RBI अप्रूव्ड हों।
क्या फिनटेक ऐप्स की ब्याज दर ज्यादा होती है?
जी हां, क्योंकि वे तेजी से लोन मंजूर करने के लिए अधिक जोखिम उठाते हैं।
क्या फिनटेक ऐप से क्रेडिट स्कोर सुधर सकता है?
हां, यदि आप समय पर EMI चुकाते हैं और ऐप क्रेडिट ब्यूरो को रिपोर्ट करता हो।