Swiggy and Zomato Platform Fees: फूड डिलीवरी दिग्गज स्विगी और जोमैटो ने अपनी प्लेटफॉर्म फीस बढ़ा दी है। दोनों प्लेटफॉर्म से खाना ऑर्डर करना थोड़ा महंगा हो गया है। कंपनियों ने बेंगलुरु और दिल्ली जैसे प्रमुख बाजारों में ग्राहकों से प्रति ऑर्डर लिए जाने वाले प्लेटफॉर्म चार्ज को बढ़ा दिया है। पहले ये कंपनियां इन बाजारों में 5 रुपये चार्ज कर रही थीं। अब स्विगी अब बेंगलुरु में 7 रुपये के प्लेटफॉर्म चार्ज लेने के संकेत दे रही थी जिसे हटाकर 6 रुपये कर दिया गया है।
कंपनियों ने पिछले साल भी बढ़ाए थे दाम
आपको बता दें कि दोनों कंपनियों ने पिछले साल प्लेटफॉर्म चार्ज शुरू किया था, जो शुरुआत में प्रति ऑर्डर 2 रुपये था। जोमैटो ने अप्रैल में बेंगलुरु सहित प्रमुख बाजारों में अपना प्लेटफॉर्म चार्ज 25% बढ़ाकर 5 रुपये प्रति ऑर्डर कर दिया।
कंपनी ज्यादा दिखाकर और फिर छूट देकर वसूल रही है चार्ज
जोमैटो और स्विगी अपने कुल रेवेन्यू और लाभ को बढ़ाने के लिए प्लेटफॉर्म चार्ज के साथ प्रयोग कर रही हैं। जनवरी में स्विगी ने कुछ चुने हुए यूजर्स के लिए 10 रुपये का प्लेटफॉर्म चार्ज दिखाया, जो उस समय कई यूजर्स से लिए जाने वाले चार्ज 3 रुपये से बहुत अधिक था। यूजर्स से 10 रुपये का चार्ज दिखाया जाता था और बाद में छूट दिखाकर 5 रुपये वसूला जाता था।
अन्य कंपनियां ले रही हैं इतना चार्ज
इन प्लेटफार्मों की तरह ब्लिंकिट और इंस्टामार्ट भी एक समान चार्ज लेते हैं जिसे हैंडलिंग चार्ज कहा जाता है। स्विगी इंस्टामार्ट दिल्ली में प्रति ऑर्डर 5 रुपये, जबकि ब्लिंकिट 16 रुपये चार्ज करता है। बेंगलुरु स्थित कंपनी कैपिटलमाइंड के सीईओ दीपक शेनॉय ने कहा है कि उन्होंने इन प्लेटफॉर्म से ऑर्डर देना कम कर दिया है। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर उन्होंने लिखा कि स्विगी/जोमैटो से ऑर्डर बड़े पैमाने पर कम हो गया है, शायद वीकेंड में केवल एक बार, जैसे कि आज और देखा कि उनका प्लेटफॉर्म चार्ज अब 6 रुपये है। वैसे भी रेस्तरां से 30% भी लेते हैं।
संस्थापक-सीईओ ने यह भी खुलासा किया कि वह सप्ताह में लगभग 12 बार ऑर्डर करते थे, जो घटकर या तो सप्ताह में एक बार या हर दो सप्ताह में एक बार हो गया है। यह सप्ताह में एक बार या 2 सप्ताह में एक बार हो गया है। घर पर पकाया गया खाना सेहत का ज्यादा अच्छा विकल्प है।