Gold Price Crash: 12 महीने में 25% सस्ता हो जाएगा सोना, दिग्गज गोल्ड प्रोड्यूसर कंपनी के CEO की भविष्यवाणी

Gold Price Crash: Solidcore Resources के CEO विटाली नेसिस ने दावा किया है कि अगले 12 महीनों में सोने की कीमतों में करीब 25% गिरावट आ सकती है। उनका कहना है कि मौजूदा तेजी ओवर-रिएक्शन है और गोल्ड $2,500 प्रति औंस तक फिसल सकता है।

अपडेटेड Apr 27, 2025 पर 7:00 AM
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Solidcore Resources plc कजाकिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा गोल्ड प्रोड्यूसर है।

Gold Price Crash: दुनिया भर में सोने की कीमतें लगातार नई ऊंचाइयां छू रही हैं। पिछले दिनों भारतीय बाजार में सोने का भाव ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम के पार भी पहुंच गया। लेकिन, कजाकिस्तान की दिग्गज सोना खनन कंपनी Solidcore Resources plc के CEO विटाली नेसिस (Vitaly Nesis) ने एक बड़ा और चौंकाने वाला दावा किया है। नेसिस का कहना है कि अगले 12 महीनों में सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिलेगी।

नेसिस ने गोल्ड प्राइस पर क्या कहा?

विटाली नेसिस ने Reuters को दिए इंटरव्यू में साफ कहा, 'मेरा अनुमान है कि सोने की कीमतें अगले एक साल में $2,500 प्रति औंस तक गिर जाएंगी।" गोल्ड का दाम अभी अंतरराष्ट्रीय बाजार में $3,319 प्रति औंस है। ऐसे में नेसिस के अनुमान के मुताबिक, सोने की कीमतों में करीब 25% गिरावट आ सकती है।


नेसिस का कहना है कि अभी सोने की कीमतें जो रिकॉर्ड स्तर पर हैं, वे दुनिया में हो रही घटनाओं पर एक ओवर-रिएक्शन हैं। इसका मतलब है कि ट्रेड वॉर और दूसरे भूराजनीतिक तनाव के चलते सोने का भाव जरूरत से बढ़ गई हैं। हालांकि, नेसिस ने यह भी जोड़ा कि सोने की कीमतें पूरी तरह से पुराने स्तर यानी $1,800–$1,900 प्रति औंस तक नहीं लौटेंगी। यानी गोल्ड की चमक खत्म नहीं होगी, बस थोड़ी फीकी पड़ जाएगी।

Solidcore Resources क्या करती है?

Solidcore Resources plc पहले Polymetal के नाम से जानी जाती थी। यह कजाकिस्तान में स्थित है और अस्ताना इंटरनेशनल एक्सचेंज में लिस्टेड एक बड़ी गोल्ड माइनिंग कंपनी है। Solidcore के पास दो ऑपरेशनल गोल्ड माइन्स और कई ग्रोथ प्रोजेक्ट्स हैं।

नेसिस की भविष्यवाणी क्यों अहम है?

Solidcore Resources plc कजाकिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा गोल्ड प्रोड्यूसर है। विटाली नेसिस के दशकों के तजुर्बे को देखते हुए बाजार उनके अनुमान को हल्के में नहीं ले सकता। उनका यह कहना कि गोल्ड के दाम में मौजूदा तेजी टिकाऊ नहीं है, निवेशकों के लिए एक अहम चेतावनी हो सकती है।

परंपरागत रूप से गोल्ड को राजनीतिक और आर्थिक अनिश्चितताओं के खिलाफ बचाव के रूप में देखा जाता है। इस साल यानी 2025 अब तक सोने की कीमत में करीब 26 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, क्योंकि अमेरिका की ओर से टैरिफ ने मंदी की आशंका गहरा गई थी। हालांकि, अब हालत कुछ सुधर रहे हैं।

क्या सोने में गिरावट के संकेत दिख रहे हैं?

पिछले तीन कारोबारी सत्रों से गोल्ड की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। इस दौरान मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर ₹4,300 सस्ता होकर शुक्रवार (25 अप्रैल) को ₹95,073 प्रति 10 ग्राम पर आ गया। अगर नेसिस के अनुमान के मुताबिक, अगले 12 महीने में सोने के कीमतों में 25% गिरावट आती है, तो भारत में सोने का भाव लगभग ₹71,305 प्रति 10 ग्राम तक आ सकता है।

वैश्विक स्तर पर भी सोने की कीमतें दबाव में हैं, क्योंकि अमेरिका-चीन के बीच व्यापार युद्ध के तनाव में नरमी के संकेत मिले हैं और अमेरिकी डॉलर मजबूत हो रहा है। डॉलर की मजबूती आमतौर पर सोने पर नकारात्मक असर डालती है, और नेसिस के दावे को सपोर्ट करती दिख रही है।

क्या अब सोने में निवेश करना सही रहेगा?

नेसिस का संकेत साफ है कि सोने में जो अभी तेज बढ़त दिख रही है, वह स्थायी नहीं है। अगर आने वाले महीनों में अमेरिका-चीन व्यापार संबंध सुधरते हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता आती है, तो सोने की मांग कमजोर पड़ सकती है। इसलिए निवेशकों को अब जल्दबाजी में ऊंचे दामों पर खरीदारी करने से पहले सतर्कता बरतनी चाहिए।

केडिया फिनकॉर्प के फाउंडर नितिन केडिया का भी यही मानना है कि गोल्ड की कीमतों में मौजूदा तेजी टिकाऊ नहीं है। उनका कहना है कि अगर अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव कम होता है, तो सोने की कीमतों में और भी गिरावट आ सकती है।

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