Gold Price Today: आज शुक्रवार 31 जनवरी 2025 को सोने में तेजी देखने को मिली। बजट से एक दिन पहले सोना महंगा हुआ है। ऐसी उम्मीदें हैं कि सरकार कल 1 फरवरी 2025 को बजट में सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा सकती है, जो सरकार ने पिछले बजट में घटाई थी। अगर ऐसा होता है, तो सोने के दाम को पंख लग जाएंगे। आज बजट से एक दिन पहले 24 और 22 कैरेट सोने का भाव 300 रुपये तक महंगा हुआ है।
बजट से पहले सोना क्यों हो रहा महंगा?
बजट 2025 से पहले सोने और चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह निवेशकों और आम खरीदारों की बढ़ती मांग है। वैश्विक बाजार में अस्थिरता और अमेरिकी नीतियों में बदलाव के कारण लोग सुरक्षित निवेश के रूप में सोने को ज्यादा खरीद रहे हैं। इस बढ़ती मांग के चलते सोने के दाम लगातार ऊपर जा रहे हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर ब्याज दरों में कटौती होती है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनिश्चितता बनी रहती है, तो सोने-चांदी की कीमतें और बढ़ सकती हैं।
भारत में बढ़ी सोने-चांदी का डिमांड
इसके अलावा भारत में शादी-ब्याह और त्योहारों के दौरान सोने की मांग काफी बढ़ जाती है। आने वाले महीनों में इस मांग के चलते दाम और ऊपर जा सकते हैं। साथ ही, बजट में अगर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाई जाती है, तो इसका सीधा असर सोने की कीमतों पर पड़ेगा, जिससे यह और महंगा हो सकता है। एक्सपर्ट का मानना है कि ये बजट के बाद जून तक सोना 85,000 रुपये के स्तर पर आ सकता है।
दिल्ली-मुंबई में 24 और 22 कैरेट सोने का दाम
दिल्ली में 24 कैरेट सोना करीब 200 रुपये की तेजी के साथ 83,180 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि 22 कैरेट सोना 76,260 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बना हुआ है। 22 कैरेट सोने के भाव में कल की तुलना में 300 रुपये की बढ़त नजर आ रही है। मुंबई में 24 कैरेट सोने का दाम 83,030 और 22 कैरेट सोना 76,110 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है। यहां जानें देश के 4 बड़े शहरों में सोने का 31 जनवरी का दाम।
31 जनवरी को चांदी की कीमत
शुक्रवार 31 जनवरी को चांदी की कीमत मे तेजी रही। बजट से एक दिन पहले चांदी के भाव में 2,000 रुपये की तेजी आई है। चांदी की कीमत 98,600 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई है। चांदी 1,00,000 रुपये रिकॉर्ड स्तर से बस थोड़ा पीछे है।
कैसे तय होती है सोने की कीमत?
भारत में सोने की कीमत कई वजहों से बदलती रहती है, जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजार के भाव, सरकार की लगाई गई इंपोर्ट ड्यूटी, टैक्स और रुपए की कीमत में उतार-चढ़ाव। सोना सिर्फ निवेश का साधन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा भी है। शादी-ब्याह और त्योहारों के समय इसकी मांग बढ़ने से कीमतें भी बढ़ जाती हैं। लोग इसे सुरक्षित निवेश मानते हैं, इसलिए इसकी कीमत में बदलाव का असर आम लोगों की जेब पर भी पड़ता है।