नए वित्त वर्ष के पहले दिन ही गोल्ड ने तेजी का रिकॉर्ड बना दिया। 1 अप्रैल (मंगलवार) को सोना 0.6 फीसदी चढ़कर 3,142.83 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। एक समय यह 3,145 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया था। पहले कभी गोल्ड का प्राइस इस लेवल पर नहीं पहुंचा था। यूएस गोल्ड फ्यूचर्स भी 0.7 फीसदी की तेजी के साथ 3,171.80 पर चल रहा था। इंडिया में भी सोने में जोरदार तेजी देखने को मिली। कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स पर गोल्ड फ्यूचर्स 780 रुपये यानी 0.87 फीसदी के उछाल के साथ 90,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर चल रहा था।
सिर्फ मार्च में 8 फीसदी तेजी
साल 2025 की पहली तिमाही में Gold के लिए शानदार रही है। 1986 के बाद पहली बार गोल्ड ने किसी एक तिमाही में करीब 18 फीसदी रिटर्न दिया है। सिर्फ मार्च में गोल्ड की कीमतें 8 फीसदी चढ़ी हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि गोल्ड में इस तेजी की वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी है। ट्रंप ने 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। उसके बाद उन्होंने अमेरिका में आयात होने वाले प्रोडक्ट्स पर टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया था। तब से वह टैरिफ को लेकर कई ऐलान कर चुके हैं। हालांकि, टैरिफ को लेकर अमेरिकी सरकार की पॉलिसी क्या रहती है, इसका पता 2 अप्रैल को ही चल पाएगा। लेकिन, ट्रंप के ऐलान से दुनिया में ट्रेड वॉर बढ़ने का खतरा है। इसलिए सोने की कीमतें लगातार चढ़ रही हैं।
गोल्ड में तेजी जारी रहने की उम्मीद
आईजी में मार्केट स्ट्रेटेजिस्ट यीप जून रोंग ने कहा, "2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लगने से पहले इनवेस्टर्स हेजिंग के लिए सोने में निवेश कर रहे हैं।" ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी पर दुनियाभर की नजरें लगी हैं। उन्होंने 2 अप्रैल को आजादी दिवस यानी Liberation Day घोषित किया है। अमेरिका के रेसिप्रोकल टैरिफ का असर हर उस दिन पर पड़ेगा जो अमेरिका को एक्सपोर्ट करता है। यह 2 अप्रैल से लागू होगा, जबकि ऑटोमोबाइल और एंसिलियरी सेक्टर पर अमेरिकी टैरिफ के 3 अप्रैल से लागू होने की संभावना है। अगर ट्रंप ऐलान के मुताबिक, टैरिफ लागू करते हैं तो इसका ग्लोबल इकोनॉमी पर असर पड़ेगा। इससे सोने में तेजी जारी रह सकती है।
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फाइनेंशियल एडवाइजर्स का कहना है कि अगर किसी निवेशक के इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में गोल्ड शामिल नहीं है तो उसे अब देर नहीं करनी चाहिए। पोर्टफोलिया का 10-15 फीसदी हिस्सा गोल्ड में हो सकता है। अब गोल्ड में इनवेस्ट करना काफी आसान है। आप घर बैठे गोल्ड ईटीएफ और म्यूचुअल फंडों की गोल्ड स्कीम में निवेश कर सकते हैं। गोल्ड में निवेश के लिए SIP का रास्ता भी खुला है। गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है। लेकिन, म्यूचुअल फंड की गोल्ड स्कीम में निवेश के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी नहीं है।