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Gold rates today: गोल्ड 2600 डॉलर से नीचे फिसला, क्या आपको निवेश करना चाहिए?

गोल्ड का भाव 30 अक्टूबर को 2,788 डॉलर प्रति औंस के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया था। तब से इसमें बड़ी गिरावट आई है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि लंबी अवधि के लिहाज से गोल्ड का आउटलुक अब भी पॉजिटिव है। आगे गोल्ड की कीमतों में फिर से तेजी दिख सकती है

अपडेटेड Nov 16, 2024 पर 3:07 PM
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पिछले महीने ऑल-टाइम हाई से गोल्ड की कीमत 220 डॉलर प्रति औंस से ज्यादा गिर चुकी है।

गोल्ड के लिए यह हफ्ता पिछले तीन सालों में सबसे खराब रहा । इस हफ्ते सोने में 4 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई है। 15 नवंबर को हल्की गिरावट के साथ कीमत 2,562.61 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई थी। इससे पहले गोल्ड का प्राइस दो महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया था। पिछले महीने ऑल-टाइम हाई से गोल्ड की कीमत 220 डॉलर प्रति औंस से ज्यादा गिर चुकी है। दिल्ली में 24 कैरेट गोल्ड का भाव गिरकर 75,813 रुपये प्रति 10 ग्रा पर आ गया है।

डॉलर में मजबूती से घटी गोल्ड की चमक

इस हफ्ते गोल्ड (Gold) में गिरावट की कई वजहें हैं। अमेरिकी डॉलर में मजबूती का असर गोल्ड पर पड़ा है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद डॉलर में मजबूती देखने को मिली है। डॉलर मजबूत होने से दूसरी करेंसी में गोल्ड की कीमतें बढ़ जाती हैं। एनालिस्ट्स का कहना है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व इंटरेस्ट रेट में फिर कमी कर सकता है। इससे गोल्ड पर दबाव बढ़ा है।


फेड की मॉनेटरी पॉलिसी पर नजरें

फॉरेक्स डॉट कॉम में मार्केट एनालिस्ट फवाद रजाकजादा ने कहा कि गोल्ड में कमजोरी से इस बात का संकेत मिलता है कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने का असर फेडरल रिजर्व की मॉनेटरी पॉलिसी पर पड़ सकता है। इस बीच, एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी जतीन त्रिवेदी ने कहा कि अमेरिका में इनफ्लेशन का डेटा 2.6 फीसदी आया है। इसके 2.4 फीसदी रहने का अनुमान था। इनफ्लेशन उम्मीद से ज्यादा रहने का असर डॉलर पर पड़ा है।

लंबी अवधि का आउटलुक पॉजिटिव

एक्सपर्ट्स का कहना है कि भले ही सोने में गिरावट आई हैं, लेकिन इसका आउटलुक अब भी पॉजिटिव बना हुआ है। अगर आर्थिक अनिश्चितता बनी रहती है तो गोल्ड की चमक फिर से बढ़ेगी। अमेरिका में अगले हफ्ते इकोनॉमी से जुड़ा कोई अहम डेटा आने वाला नहीं है। इससे गोल्ड में तेजी देखने को मिल सकती है। गोल्ड 2,600 डॉलर प्रति औंस के लेवल को पार करने की कोशिश कर सकता है।

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क्या आपको निवेश करना चाहिए?

निवेशक गोल्ड में गिरावट के मौके का इस्तेमाल निवेश के लिए कर सकते हैं। चूंकि गोल्ड का लॉन्ग टर्म का आउटलुक पॉजिटिव है, जिससे गिरावट पर इसमें निवेश किया जा सकता है। खासकर जिन निवेशकों के पोर्टफोलियो में गोल्ड शामिल नहीं है, वे गिरावट पर इसमें निवेश कर सकते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में गोल्ड की हिस्सेदारी 5-10 फीसदी तक होनी चाहिए। पोर्टफोलियो के डायवर्सिफिकेशन के लिए गोल्ड जरूरी है।

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