सोने को 26 अगस्त को पंख लग गए। देश और विदेश दोनों में गोल्ड में उछाल दिखा। इससे सोने की कीमतें 2 हफ्ते की ऊंचाई पर पहुंच गईं। इसकी वजह डॉलर में कमजोरी मानी जा रही है। स्पॉट गोल्ड 0.2 फीसदी चढ़कर 3,374.49 डॉलर प्रति औंस पहुंच गया। यह 11 अगस्त के बाद गोल्ड का सबसे ज्यादा प्राइस है। यूएस गोल्ड फ्यूचर्स भी 0.1 फीसदी की मजबूती के साथ 3,421.50 डॉलर प्रति औंस चल रहा था। इधर, इंडिया में भी गोल्ड फ्यूचर्स में उछाल देखने को मिला। दोपहर में कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स में गोल्ड फ्यूचर्स 0.31 फीसदी यानी 310 रुपये चढ़कर 1,00,934 रुपये प्रति 10 ग्राम चल रहा था।
डॉलर में कमजोरी से बढ़ी सोने की चमक
अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने फेडरल रिजर्व की गवर्नर लिसा कुक को पद से हटा दिया है। इसका असर डॉलर (US Dollar) पर पड़ा है। डॉलर में गिरावट देखने को मिली है। डॉलर में गिरावट से दूसरी करेंसी में Gold खरीदना सस्ता हो जाता है। इसलिए डॉलर में कमजोरी से सोने को सपोर्ट मिलता है। केसीएम ट्रेड के चीफ मार्केट एनालिस्ट टिम वाटरर ने कहा, "कुक पर ट्रंप के कमेंट्स का ट्रेडर्स पर खराब असर पड़ा है। इससे सोने की चमक बढ़ी है। यह माना जा रहा है कि ट्रंप ऐसा फेडरल रिजर्व चाहते हैं जो मॉनेटरी पॉलिसी को नरम बनाने में दिलचस्पी दिखाए।" कुक को हटाने के बाद डॉलर में 0.2 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
अमेरिका में इंटरेस्ट रेट घटने की उम्मीद से सोने में तेजी रह सकती है
आस्पेक्ट बुलियन एंड रिफाइनरी के सीईओ दर्शन देसाई ने कहा, "ट्रंप के अचानक लिसा कुक को हटाने के फैसले से गोल्ड की कीमतों में तेजी दिखी। अगले महीने फेडरल रिजर्व इंटरेस्ट रेट में कमी कर सकता है। इस उम्मीद में सोने की कीमतों में मजबूती जारी रह सकती है।" इंटरेस्ट रेट्स गिरने पर सोने की डिमांड बढ़ जाती है। इसका असर सोने की कीमतों पर पड़ता है। मेहता इक्विटीज के वीपी (कमोडिटीज) राहुल कलांतरी ने कहा कि जब तक इनफ्लेशन का डेटा नहीं आ जाता, बुलियन में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। उन्होंने कहा कि गोल्ड के लिए 3,352-3335 डॉलर पर सपोर्ट है। इसे 3,395-3,410 डॉलर पर रेसिस्टेंस का सामना करना पड़ेगा।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोने की कीमतों में पिछले कुछ सालों में जबर्दस्त तेजी दिखी है। इससे यह इक्विटी के मुकाबले ज्यादा रिटर्न देने वाला एसेट बन गया है। अगर किसी व्यक्ति के पोर्टफोलियो में गोल्ड शामिल नहीं है तो उसे कुछ निवेश गोल्ड में करना चाहिए। इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में गोल्ड की हिस्सेदारी 5-10 फीसदी तक हो सकती है। इनलेस्टर्स गोल्ड ईटीएफ और म्यूचुअल फंड की गोल्ड स्कीम में निवेश कर सकते हैं। इनमें सिप के जरिए निवेश किया जा सकता है। हर महीने 1,000-2,000 रुपये का निवेश सिप के जरिए गोल्ड में किया जा सकता है।