गोल्ड में 17 जून को तेजी दिखी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड में तेजी दिखी। इसकी वजह इजरायल और ईरान के बीच की लड़ाई है। हालांकि, यूएस गोल्ड फ्यूचर्स में गिरावट है। इंडिया में भी एमसीएक्स में गोल्ड फ्यूचर्स लाल निशान में था। स्पॉट गोल्ड 0.3 फीसदी चढ़कर 3,392.29 डॉलर प्रति औंस पर था। यूएस गोल्ड फ्यूचर्स 0.2 फीसदी की गिरावट के साथ 3,410 डॉलर प्रति औंस था। एमसीएक्स में गोल्ड फ्यूचर्स 12:45 बजे 0.4 फीसदी की गिरावट के साथ 99,143 रुपये प्रति 10 ग्राम चल रहा था। इस बीच, सिटी की रिपोर्ट में गोल्ड में बड़ी गिरावट की आशंका जताई गई है।
सिटी ने गोल्ड में बड़ी गिरावट का अनुमान जताया
Citi Research ने Gold पर एक रिपोर्ट पेश की है। इसमें कहा गया है कि कीमतें नई ऊंचाई पर पहुंचने के बाद गोल्ड की रफ्तार धीमी पड़ जाएगी। उसने कहा है कि आगे निवेश के लिहाज से गोल्ड में डिमांड कमजोर रहने वाली है। ग्लोबल इकोनॉमी की ग्रोथ के लिए भी संभावनाएं बेहतर होंगी। उधर, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के इंटरेस्ट रेट में कमी करने का असर भी गोल्ड पर पड़ेगा। इन सभी वजहों से गोल्ड की चमक धीमी पड़ जाएगी।
अगले साल 2,500 डॉलर तक जा सकता है गोल्ड
सिटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि अगली कुछ तिमाहियों में गोल्ड की कीमतें गिरकर 3,000 डॉलर प्रति औंस से नीचे आ जाएंगी। उसने 2026 की दूसरी छमाही में गोल्ड के कीमतें 2,500-2,700 डॉलर प्रति औंस रहने का अनुमान जताया है। यह गोल्ड के इनवेस्टर्स के लिए खराब खबर है। इसकी वजह यह है कि पिछले 1-2 साल में गोल्ड की कीमतों में जबर्दस्त तेजी दिखी है। इसका फायदा उठाने के लिए रिटेल इनवेस्टर्स ने गोल्ड में निवेश बढ़ाया है। गोल्ड में तेजी के ट्रेंड का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 2025 में गोल्ड अब तक 30 फीसदी चढ़ चुका है। किसी दूसरे एसेट क्लास ने इस अवधि में इतना ज्यादा रिटर्न नहीं दिया है।
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शॉर्ट टर्म में गोल्ड में आ सकती है गिरावट
कमोडिटी एक्सपर्ट्स का कहना है कि गोल्ड में बड़ा करेक्शन आ सकता है। इसकी बड़ी वजह यह है कि गोल्ड में काफी ज्यादा खरीदारी हुई है। इसके अलावा डिमांड भी कमजोर है। इन वजहों से शॉर्ट टर्म में गोल्ड में गिरावट आ सकती है। गोल्ड में 16 जून को बड़ी गिरावट देखने को मिली थी। ईरान ने इजरायल के साथ लड़ाई जारी नहीं रखने की इच्छा जताई थी। इसके बाद गोल्ड की कीमतें गिर गई थीं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड 1 फीसदी से ज्यादा गिर गया था। मनीकंट्रोल अपने रीडर्स को लगातार यह बता रहा है कि अगर ईरान और इजरायल के बीच जल्द संघर्षविराम हो जाता है तो गोल्ड पर दबाव बढ़ सकता है।