गोल्ड ने इस साल ऊंचाई के नए-नए रिकॉर्ड बनाए हैं। 2024 की जनवरी में गोल्ड की कीमत 2058 डॉलर प्रति औंस थी। एक औंस 28.34 ग्राम के बराबर होती है। इस साल फरवरी में हल्की गिरावट आई थी। तब गोल्ड की कीमत 1,992 डॉलर प्रति औंस पर आ गई थी। लेकिन, अक्टूबर में कीमत 2,740 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई। इससे पहले कभी गोल्ड का भाव इस लेवल पर नहीं गया था। गोल्ड ने 2024 में 38 फीसदी ( डॉलर में) रिटर्न दिया है। इंडिया में गोल्ड का प्राइस 78,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गया है। यह 29 फीसदी रिटर्न है। इस हिसाब से देखें तो 28 ग्राम का भाव अगली दिवाली तक 2,52,000 रुपए तक जा सकता है।
क्या लगातार चढ़ रहा है गोल्ड?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि गोल्ड (Gold) की मांग बढ़ने की कई वजहें हैं। पहला, पिछले साल अक्टूबर में इजराइल पर हमास के हमले के बाद मध्यपूर्व में तनाव बढ़ गया। उसके बाद से लगातार मध्यपूर्व में हालात चिंताजनक बने हुए हैं। जब कभी अनिश्चितिता की स्थिति होती है, सोने की मांग (Gold Demand) बढ़ जाती है। इसकी वजह यह है कि सोने को निवेश का सबसे सुरक्षित जरिया माना जाता है। दूसरा, अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। अगले महीने 5 तारीख को वोटिंग होगी। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ट ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है। तीसरा, अमेरिका में अगले महीने इंटरेस्ट रेट में कमी आ सकती है। इसका असर भी सोने पर पड़ने की उम्मीद है।
जल्द गोल्ड 3000 डॉलर तक जा सकता है
एनालिस्ट्स का कहना है कि अगले 6 से 12 महीनों में गोल्ड का प्राइस 3,000 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है। हालांकि, कुछ एनालिस्ट्स का कहना है कि लंबे समय से गोल्ड में तेजी जारी है। इसलिए किसी भी समय इसकी कीमतों में करेक्शन दिख सकता है। लेकिन, लंबी अवधि में गोल्ड का आउटलुक पॉजिटिव है। फिलहाल एनालिस्ट्स गोल्ड में बिकवाली की सलाह नहीं दे रहे। इसका मतलब है कि उन्हें भविष्य में गोल्ड में तेजी जारी रहने की उम्मीद है।
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क्या आपको निवेश करना चाहिए?
अगर आप गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं तो आपको लंबी अवधि के लिहाज से यह निवेश करने की सलाह है। आपके लिए गोल्ड ज्वैलरी की जगह गोल्ड ईटीएफ, गोल्ड म्यूचुअल फंड्स जैसे डिजिटल गोल्ड में निवेश करने का विकल्प है। डिजिटल गोल्ड में निवेश करना आसान है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेश पोर्टफोलियो में गोल्ड की हिस्सेदारी 5-10 फीसदी तक होना जरूरी है। पिछले एक साल में गोल्ड ईटीएफ ने निवेशकों को बहुत अच्छा रिटर्न दिया है।