बंपर डिमांड के चलते सोना रोज नए पीक छू रहा है, न केवल डोमेस्टिक मार्केट में बल्कि ग्लोबल मार्केट्स में भी। ग्लोबल मार्केट में सोने का हाजिर भाव 4,234 डॉलर प्रति औंस के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। अमेरिका-चीन के बीच तनाव बढ़ने और फेडरल रिजर्व की ओर से इस साल ब्याज दरों में और दो बार कटौती की संभावना इसके पीछे प्रमुख वजह हैं। इस हफ्ते अब तक सोने की कीमतों में लगभग 5% की बढ़ोतरी हुई है।
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने अक्टूबर महीने के आखिर में बेंचमार्क रेट्स में और 0.25 प्रतिशत की कटौती करने का संकेत दिया है। प्रमुख ब्याज दर घटने से बॉन्ड कम आकर्षक हो जाते हैं, जिससे निवेशक सोने-चांदी जैसी कीमती धातुओं की ओर रुख करते हैं।
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के साथ खाद्य तेल का व्यापार बंद करने की घोषणा की है। इस ऐलान ने भी बाजारों को प्रभावित किया, जिससे सोने की मांग बढ़ गई। अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड को लेकर नए तनाव पैदा हो गए हैं। चीन ने 1 नवंबर से रेयर अर्थ एलिमेंट्स पर निर्यात प्रतिबंधों की घोषणा की है। इसके बाद अमेरिका ने 1 नवंबर से चीन पर 100% एडिशनल टैरिफ की घोषणा कर दी। अमेरिका के कदम पर चीन ने भी जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
US-चीन टेंशन से वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान का डर
दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच तनाव से वैश्विक अर्थव्यवस्था को लंबे समय तक नुकसान पहुंचने का डर बढ़ गया है। इससे सोने की मांग बढ़ सकती है। हालांकि वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने टैरिफ बढ़ाने से पहले कुछ समय के लिए रुकने का प्रस्ताव रखा है। इसके अलावा केंद्रीय बैंकों की ओर से अच्छी खरीद, अमेरिकी सरकार का शटडाउन, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) में बढ़ते निवेश ने भी गोल्ड बाइंग को बढ़ाया है।
चांदी की किल्लत बढ़ा रही भाव
दूसरे कीमती मेटल चांदी के हाजिर भाव में भी पिछले कुछ दिनों से जबरदस्त तेजी है। लंदन के बाजार में चांदी की कमी हो गई है। इसके चलते पूरी दुनिया में चांदी की सप्लाई में कमी दर्ज की जा रही है। चांदी की बेंचमार्क कीमतें न्यूयॉर्क में वायदा कीमतों से ऊपर निकल गई हैं। चांदी 53 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर को पार कर गई है।