सोने (Gold) में 12 जुलाई (बुधवार) को हल्की तेजी देखने को मिली। कमोडिटी एक्सचेंज MCX पर सोने का भाव (गोल्ड फ्यूचर्स) 11:35 बजे 113 रुपये यानी 0.19 फीसदी की तेजी के साथ 58,886 रुपये प्रति 10 ग्राम था। 11 जुलाई को यह 58,773 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। 12 जुलाई को एमसीएक्स पर सोने का भाव (गोल्ड फ्यूचर्स) 58,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर खुला। लेकिन, बाद में सोने के भाव थोड़े दबाव में आ गए। विदेशी बाजार में भी 12 जुलाई को गोल्ड में तेजी दिखी। स्पॉट गोल्ड 0.4 फीसदी बढ़कर 1,940 डॉलर प्रति औंस पहुंच गया। यह 20 जून के बाद सबसे हाई लेवल है। अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स 0.5 फीसदी के उछाल के साथ 1,946 डॉलर प्रति औंस था। डॉलर इंडेक्स में गिरावट को सोने में तेजी का कारण माना जा रहा है। इनवेस्टर्स की नजरें अमेरिकी में रिटेल इनफ्लेशन के आंकड़ों पर हैं। ये आंकड़ें 12 जुलाई को जारी होंगे।
ब्रोकरेज फर्म IIFL Securities के वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटी एंड करेंसी रिसर्च) अनुज गुप्ता ने सोने में गिरावट पर खरीदारी करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि सोने के लिए पहले 58,500 रुपये पर सपोर्ट है। उसके बाद 58,300 रुपये पर सपोर्ट है। गिरावट आने पर सोने में 58,500-58,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर खरीदारी करने की सलाह है। इसका टारगेट प्राइस 59,300 से 59,400 रुपये प्रति 10 ग्राम होगा। इसमें 58,300 रुपये पर स्टॉपलॉस लगाना होगा।
दिल्ली सर्राफा बाजार में स्थिरता
इधर, दिल्ली सर्राफा बाजार में 11 जुलाई को गोल्ड की कीमतों में बदलाव देखने को नहीं मिला। इसका भाव 59,505 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा। एचडीएफसी सिक्योरिटीज में सीनियर कमोडिटीज एनालिस्ट सौमिल गांधी ने कहा कि विदेश में गोल्ड में तेजी का असर घरेलू बाजार में गोल्ड की कीमतें पर नहीं पड़ा, जिसकी वजह डॉलर के मुकाबले रुपये में तेजी थी। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में कमोडिटी रिसर्च के सीनियर वीपी नवनीत दमानी ने कहा कि अमेरिका में जारी होने वाले इनफ्लेशन के आंकड़ों पर फोकस बना हुआ है। ये आंकड़ें 12 जुलाई को आएंगे।
गोल्ड निवेश का सबसे सुरक्षित माध्यम
गोल्ड को सुरक्षित निवेश का सबसे अच्छा माथ्यम माना जाता है। दुनिया में किसी तरह की क्राइसिस होने पर सोने की मांग बढ़ जाती है, जिससे इसकी कीमतों में तेजी आती है। सामान्य स्थिति में सोने में बहुत ज्यादा उछाल देखने को नहीं मिलता है।