सोने की कीमतों में 9 हफ्तों से जारी बढ़त का सिलसिला टूट गया है। अमेरिका में उम्मीद से कम महंगाई की रिपोर्ट के बाद शुक्रवार को सराफा बाजार में गिरावट दर्ज की गई। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूयॉर्क में शाम 5 बजे सोने का हाजिर भाव 0.3% गिरकर 4,113.05 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ। एक सप्ताह में सोना 3.3% लुढ़का है। वहीं चांदी एक सप्ताह में 6% सस्ती हुई है। पिछले हफ्ते चांदी 54 डॉलर प्रति औंस से ऊपर निकलकर रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गई थी।
महंगाई में राहत से अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से प्रमुख ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें और मजबूत हो गई हैं। अगर रेट कट हुआ तो सोने में फिर से उछाल आ सकता है क्योंकि बॉन्ड कम आकर्षक हो जाएंगे। इस सप्ताह की शुरुआत में सोना 4381.52 डॉलर प्रति औंस के नए पीक पर पहुंच गया था। इस साल सोने की कीमतों में 57% की वृद्धि हुई है। इसमें केंद्रीय बैंकों की ओर से जबरदस्त खरीद का भी हाथ रहा।
सोने में किन वजहों से गिरावट
अमेरिका-चीन के बीच टेंशन में राहत के आसार: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच नए हफ्ते में दक्षिण कोरिया में मीटिंग होने वाली है। दोनों देश ट्रेड और टैरिफ पर एक समझौते पर पहुंचने की कोशिश करेंगे। इस खबर से डॉलर में तेजी आई और सेफ एसेट के तौर पर सोने की डिमांड कम हुई।
1 नवंबर से चीन की ओर से रेयर अर्थ एलिमेंट्स के निर्यात पर नियंत्रण और इसके जवाब में इसी तारीख से अमेरिका की ओर से चीन पर 100 प्रतिशत के एडिशनल टैरिफ की घोषणा के बाद दोनों देशों के बीच टेंशन बढ़ गई। अमेरिका ने चीन को लैपटॉप से लेकर जेट इंजन तक, सॉफ्टवेयर-संचालित प्रोडक्ट्स के निर्यात पर अंकुश लगाने की योजना पर विचार करने की भी बात कही। वहीं चीन ने भी पलटवार की चेतावनी दी है।
मुनाफावसूली: बड़ा उछाल दर्ज करने और कीमतें नए रिकॉर्ड हाई पर पहुंचने के बाद सोने में मुनाफावसूली होने लगी। सोने पर बेस्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स से बड़े पैमाने पर पैसा निकाला जाने लगा।