Gold vs Silver: एक वक्त था, जब माना जाता था कि चांदी से ज्यादा सोने के दाम बढ़ेंगे। लेकिन, अब वक्त बदल गया है। एक्सपर्ट का मानना है कि साल 2025 में गोल्ड से ज्यादा चमक सिल्वर में देखने को मिल सकती है। दरअसल, चांदी की सप्लाई काफी तंग है। वहीं, इसकी इंडस्ट्रियल और ज्वेलरी के लिए डिमांड लगातार बढ़ रही है। इसी चलते एक्सपर्ट चांदी पर काफी बुलिश हैं।
लॉन्ग टर्म के लिए तैयार चांदी
Nirmal Bang में कमोडिटीज और करेंसी रिसर्च के हेड कुणाल शाह का मानना है कि साल 2025 में चांदी की कीमतें और बढ़ सकती हैं। इसे सप्लाई की कमी और बढ़ती मांग से सपोर्ट मिल रहा है।
शाह ने कहा, 'अगर चांदी की कीमत गिरती भी है, तो ₹5,000 से 10,000 की गिरावट में ज्यादा समय नहीं लगता। लेकिन, चांदी को निवेशक लंबे समय तक होल्ड कर सकते हैं। इसे ₹1,23,000 से 1,24,000 प्रति किलोग्राम पर खरीद सकते हैं। कीमतें बढ़ने वाली हैं।'
क्रिटिकल मिनरल्स की लिस्ट में चांदी
चांदी की अहमियत लगातार बढ़ रहा है। कुणाल शाह का कहना है कि हाल ही में कई देशों ने चांदी को अपने रिजर्व में शामिल किया है।अमेरिका ने इसे क्रिटिकल मिनरल्स की सूची में रखा है। इससे कीमतें ऊपर जाने की संभावना और मजबूत हुई है।
शाह का अनुमान है कि दिसंबर तक चांदी ₹1,35,000 से ₹1,40,000 प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती है।
चांदी की कीमतों में उछाल की वजह
शाह ने कहा कि अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद और वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव सोने की कीमतों को ऊपर धकेल सकते हैं। उन्होंने कहा, 'सोना $3,650 से 3,700 प्रति औंस की ओर बढ़ रहा है।' उन्होंने पहले के $3,550 के अनुमान को बढ़ाया।
भारत में उनका अनुमान है कि सोना ₹1,08,000 से 1,09,000 प्रति 10 ग्राम के आसपास ट्रेड करेगा। कुणाल का कहना है कि अगर उन्होंने सोने और चांदी में ₹100 निवेश करना हो, तो वह ₹70 चांदी में और ₹30 सोने में लगाएंगे।
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