Credit Cards

ITR Refund: अभी तक नहीं मिला इनकम टैक्स रिफंड? देरी के लिए ये 5 कारण हो सकते हैं जिम्मेदार

ITR Refund: कई टैक्सपेयर्स ने जून-जुलाई में ITR फाइल किया, लेकिन रिफंड अभी तक नहीं आया। आइए जानते हैं कि रिफंड में देरी की क्या वजह है और आप रिफंड स्टेटस कैसे चेक कर सकते हैं।

अपडेटेड Sep 01, 2025 पर 5:33 PM
Story continues below Advertisement

ITR Refund: कई ऐसे टैक्सपेयर्स हैं, जिन्होंने जून या जुलाई में अपना Income Tax Return (ITR) फाइल किया, लेकिन उन्हें अब तक रिफंड नहीं मिला। देरी से परेशान होकर कई टैक्सपेयर्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जाकर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को टैग कर शिकायत कर रहे हैं। आइए जानते हैं कि रिफंड क्या होता है और इसमें देरी की क्या वजह है।

Income Tax Refund क्या है?

Income Tax Refund मतलब टैक्स विभाग आपको वह पैसा वापस करता है जो आपने ज्यादा टैक्स के रूप में दे दिया हो। यानी अगर आपने अपने सालाना आय के हिसाब से जरूरत से ज्यादा टैक्स भरा है, तो अतिरिक्त पैसा सीधे आपके बैंक खाते में क्रेडिट कर दिया जाता है।


अधिक टैक्स भरने की कई वजह हो सकती है। जैसे कि किसी टैक्सपेयर्स का नौकरी में कंपनी या बैंक ने आय से ज्यादा TDS काट लिया हो, उसने अनुमानित टैक्स पहले ही जमा कर दिया हो, टैक्स छूट या डिडक्शन का पूरा फायदा न लिया हो, या ITR भरते समय गणना में कोई गलती हो गई हो। ऐसे मामलों में ज्यादा भरा गया टैक्स रिफंड के रूप में वापस मिलता है।

रिफंड के लिए समय सीमा

रिफंड प्रोसेसिंग आमतौर पर तभी शुरू होती है, जब टैक्सपेयर्स अपनी रिटर्न को ई-वेरिफाई कर देते हैं। इनकम टैक्स विभाग के अनुसार, आम तौर पर रिफंड खाते में क्रेडिट होने में 4-5 सप्ताह लगते हैं। अगर इस अवधि में रिफंड नहीं आता है, तो टैक्सपेयर्स को e-filing पोर्टल पर जाकर स्टेटस चेक करना चाहिए।

 2. पेंशन और ब्याज कमाई पर आधारित शर्त ITR फाइलिंग से छूट पाने के लिए सीनियर सिटीजन की आय का स्रोत केवल पेंशन होना चाहिए। साथ ही, ब्याज आय भी उसी बैंक से होनी चाहिए जिसमें पेंशन आती है। अगर आमदनी का जरिया इससे अलग है, तो रिटर्न भरना अनिवार्य रहेगा।

ITR रिफंड स्टेटस कैसे चेक करें

  • Income Tax e-Filing पोर्टल पर जाएं।
  • अपने PAN/Aadhaar और पासवर्ड से लॉगिन करें।
  • e-File > Income Tax Returns > View Filed Returns पर जाएं।
  • संबंधित Assessment Year चुनकर रिफंड स्टेटस देखें।

रिफंड स्टेटस का मतलब क्या है?

  • Refund Issued: रिफंड सफलतापूर्वक बैंक खाते में क्रेडिट हो गया है।
  • Refund Partially Adjusted: रिफंड का कुछ हिस्सा बकाया टैक्स के खिलाफ एडजस्ट किया गया है; शेष राशि क्रेडिट होगी।
  • Refund Fully Adjusted: पूरा रिफंड पिछली टैक्स देनदारियों को चुकाने में इस्तेमाल हो गया है। कोई रिफंड क्रेडिट नहीं होगा।
  • Refund Failed: रिफंड क्रेडिट नहीं हो पाया, अक्सर गलत बैंक डिटेल्स या रिकॉर्ड में मिलान न होने के कारण।

रिफंड फेल होने के आम कारण

  1. PAN इनऑपरेटिव या Aadhaar से लिंक न होना।
  2. बैंक अकाउंट प्री-वलिडेटेड न होना।
  3. बैंक अकाउंट में दर्ज नाम PAN कार्ड से मेल न करना।
  4. गलत IFSC कोड होना।
  5. बंद अकाउंट में रिफंड भेजा जाना।

रिफंड में देरी के अन्य कारण

छोटी-मोटी गलतियां- जैसे अधूरी ई-वेरिफिकेशन, गलत अकाउंट डिटेल्स या पुराना पता भी रिफंड में देरी कर सकती हैं। अगर रिटर्न में टैक्स क्रेडिट आपके Annual Information Statement (AIS) से मेल नहीं खाता, तो भी रिफंड में देरी हो सकती है। वहीं, रिटर्न में घोषित रकम और नियोक्ता, बैंक या वित्तीय संस्थान द्वारा रिपोर्ट की गई रकम में कोई भी छोटा अंतर रिफंड में देरी कर सकता है।

यह भी पढ़ें : इन सीनियर सिटीजन को ITR फाइल करने की जरूरत नहीं, जानिए क्या आपको भी मिली है छूट

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।